वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़। मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान के तहत एक पेड़ मां के नाम से हरियाली तीज के अवसर पर गुंजाला सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम में पौधारोपण किया गया, जिसमें राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गौरसिया के स्कूली बच्चों ने भाग लिया।
क्षेत्रीय वन अधिकारी बिजयपुर भूपेंद्र सिंह शक्तावत ने बताया कि गुंजाला वृक्षारोपण में इस साल विलुप्त हो रही प्रजातियों जैसे बिजासाल, हल्दु, कड़ाया आदि तथा करड़, मुरडा, धामन आदि घास को बीजारोपण किया गया ताकि बिजयपुर वन क्षेत्र से सदियों पुरानी प्राकृतिक संपदा को विलुप्त होने से बचाया जा सके तथा विलुप्त हो गए वन्यजीवों का बिजयपुर वन क्षेत्र में विचरण हो सके।
कार्यक्रम में बतौर अतिथि उपस्थित बिजयपुर सरपंच श्यामलाल शर्मा ने बताया कि हमारे जीवन में वनों का अलग ही महत्व होता है।
और जहां वन अधिक होते हैं वह हमें शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत कुछ प्रदान करते हैं। जंगल के घने वृक्ष जल को शुद्ध करते हैं, वायु को प्रदूषण मुक्त करते हैं, जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए आवश्यक कार्बन डाइऑक्साइड संकलित करते हैं, साथ ही पशु पक्षियों के लिए भी यह जीवनदायी होते हैं। इसलिए पेड़ पौधों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती।
बिजयपुर थानाधिकारी पन्नालाल मेनारिया ने भी उपस्थित सभी बच्चों व लोगों से अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने हेतु प्रेरित किया और कहा कि बिजयपुर क्षेत्र में इसकी संभावनाएं बहुत अधिक है।
इस अवसर पर पर्यावरण प्रेमी धनंजय सिंह मौजी बन्ना, विद्यालय स्टॉफ, स्थानीय ग्रामवासी, वन विभाग के स्टाफ आदि मौजूद रहे।