विधायक आक्या ने विधानसभा मे उठाया मुद्दा चित्तौडगढ़ जिले को डार्क जोन से निकाले जाने की सख्त आवश्यकता
वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। चित्तौडगढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने शुक्रवार को विधानसभा सत्र के दौरान पेयजल पर चर्चा के दौरान विधानसभा क्षेत्र में आ रही पेयजल की समस्याओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए राहत दिलाने की मांग की।
विधायक आक्या ने सदन में बोलते हुए कहां कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांशी हर घर नल योजना तथा चम्बल परियोजना से विधानसभा क्षैत्र चित्तौडगढ़ के वासियो को जल्द पानी मिले इस हेतु कार्य गति बढाने की आवश्यकता है।
विधायक आक्या ने कहा कि उनके विधानसभा क्षैत्र के घोसुण्डा बांध की वर्तमान उंचाई 23 फिट है जिसे 26 फिट किये जाने से क्षैत्रवासियों को अधिक लाभ होगा। उन्होने कहा कि चित्तौडगढ़ जिले को डार्क जोन में रखे जाने से क्षेत्रवासीयो व औद्योगिक संस्थानो को बहुत परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है तथा नये उद्योग भी नही लग पा रहे है। है। अतः जिले को डार्क जोन से निकालने की सख्त आवश्यकता है। इसके साथ ही ग्राम पंचायतो में ट्यूबवैल बोर की निर्धारित सीमा 300 फिट को बढ़ाकर 600 फिट किये जाने की स्वीकृती जारी की जाए।
विधायक आक्या ने कहा कि ग्राम पंचायतो में संचालित पेयजल योजना के विद्युत बिल लम्बे समय से बकाया है, पूर्व में पीएचईडी विभाग के माध्यम से इनका भुगतान किया जाता था लेकिन वर्तमान में इसका भार ग्राम पंचायतो पर डाल रखा है। बजट के अभाव में ग्राम पंचायते इनका भुगतान करने में असक्षम है। अतः पूरानी व्यवस्था को फिर लागू किया जाए। हैण्डपंपो का सामान समय पर उपलब्ध नही हो पाने से खराब हैण्डपंप समय पर दुरस्त नही हो पाते है तथा नये हैण्डपंप भी समय पर नही लग पा रहे है। उन्होने कहां कि हैण्डपंप मिस्त्रीयो की लम्बे समय से भर्ती नही किये जाने से मिस्त्रीयो की कमी हो गई है, सरकार को जल्द इनकी भर्ती करानी चाहिए तथा भर्ती किये जाने तक वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए।
विधायक आक्या ने सदन में कहा कि वर्तमान में चित्तौडगढ़ जिले में पर्याप्त वर्षा नही होने से अनेक बांध खाली पड़े है। जिससे क्षेत्रवासियों को कम मात्रा में पेयजल सप्लाई की जा रही है। सरकार को इस समस्या के समाधान हेतु व्यापक प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने इन सभी समस्याओं के त्वरीत समाधान करा राहत दिलाने की मांग की।