वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ डेस्क।
चित्तौड़गढ़। चित्तौडगढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने मांग संख्या 50 व 55 पर बोलते हुए सहकारिता के क्षेत्र में आवश्यक सुधार की जाने की मांग की।
विधायक आक्या ने सदन में बोलते हुए कहा कि महाराष्ट्र, गुजरात व गोवा में सहकारिता के क्षेत्र में अनेक उल्लेखनीय कार्य हुए है। राजस्थान में भी इसी तर्ज पर कार्य होने चाहिए, इसके लिए विधायकों की कमेटी बनाकर सहकारिता के क्षेत्र में हुए कार्यो के अवलोकन हेतु इन राज्यों में भेजना चाहिए।
विधायक आक्या ने कहा कि वे स्वयं लम्बे समय तक चित्तौड़गढ़ केंद्रीय सहकारी बैंक के चेयरमैन रहे है तथा उसी की बदौलत आज विधायक बने है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में 29 केन्द्रीय सहकारी बैंक एवं 36 भूमि विकास बैंक है, इन सभी बैंकों की हालत बहुत खराब है। सरकार द्वारा की गई किसानों की ऋण माफी का पैसा इन बैंकों को वापस नहीं मिला जिससे इन बैंकों की हालत खस्ता हो गई है। सरकार को उक्त धनराशि ब्याज सहित बैंकों को लौटानी चाहिए एवं प्रत्येक पंचायत समिति मुख्यालय पर मार्केटिंग शाखा खुलनी चाहिए।
विधायक आक्या ने कहा कि लम्बे समय से व्यवस्थापकों की स्क्रीनिंग नहीं की गई तथा बैंक कर्मचारियों की डीपीसी भी नहीं हुई है, बैंक में स्टाफ कम होने से कार्य समय पर पूर्ण नहीं हो पाते है। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए साथ ही भण्डार व सहकारी समिति को भी ऑनलाईन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों द्वारा पूर्व में एसटी लोन 1.50 लाख रुपये दिया जाता था, परन्तु पूर्व कांग्रेस सरकार द्वारा 15000-15000 की राशि ही दी गयी जिसे बढ़ाया जाना चाहिए। साथ ही किसान का बीमा होना चाहिए व प्रीमियम की राशि में भी कमी करनी चाहिए।
विधायक आक्या ने कहा कि सरकार को खाद्य सुरक्षा योजना के पोर्टल पुनः चालु करना चाहिए जिससे जरूरतमंद अपना नाम जुड़वा सके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार राशन डीलर का मानदेय भी तय करे तथा राशन की गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता है।