चित्तौड़गढ़ के गांवों में शहरों की तर्ज पर होगा स्वच्छता का काम,अब गांवों में भी घर-घर जाएंगी कचरा संग्रहण गाड़ियाँ।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ श्री दुर्गेश लक्षकार।
चित्तौड़गढ़ 5 फरवरी। जिला कलक्टर के. के. शर्मा के निर्देशन में चित्तौड़गढ़ जिले में अब शहरों की तर्ज पर गांवों में स्वच्छ भारत अभियान ग्रामीण के तहत नवाचार होने जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने इसके लिए पूरी तरह कमर कस ली है। जिला परिषद के ग्रामीण विकास सभागार में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिला परिषद के सीईओ श्री ज्ञानमल खटीक ने सम्बंधित विभागों के अधिकारियों से चर्चा की। सीईओ खटीक ने अधिकारियों से गांवों को स्वच्छ बनाने को लेकर सुझाव भी लिए, जिनमें कई उपयोगी सुझाव निकल कर सामने आए। जिले में प्रत्येक ब्लोक से 35 गांवों का चयन किया जा रहा है, जहाँ शहरों की तर्ज पर सफाई से जुडी गतिविधियाँ अमल में लाई जाएंगी। सीईओ ज्ञानमल खटीक के अनुसार प्रमुख रूप से घर-घर कचरा संग्रहण का कार्य शुरू होगा। इसके लिए ई-रिक्शा, हाथ-ठेला, साईकिल रिक्शा आदि का उपयोग किया जाएगा। इसके साथ-साथ कीचड़ को खत्म करने के लिए सोक पीट, मेजिक पीट, लीच-सोक पीट बनाए जाएंगे। यही नहीं, अब गांवों में कचरा स्थिरीकरण तालाब भी बनाए जाएंगे। इसके साथ ही गांवों में नालियों की समुचित सफाई की जाएगी और नई नालियों के निर्माण पर भी फोकस रहेगा। इसके साथ ही जिला परिषद एक ओर अनूठी पहल भी करने जा रही है। जिले के गांवों में कचरा संग्रहण केंद्र भी बनाए जाएंगे, जहां जैविक और अजैविक कचरे के निस्तारण की व्यवस्था होगी। बेचने योग्य कचरे को बेच कर ग्राम पंचायतें आय वृद्धि भी कर पाएंगी। चुने गए गांवों में यह कार्य अलग-अलग चरणों में संपन्न होगा। ऐसा होने से गांवों की सूरत बदलेगी और लोगों को स्वच्छ वातावरण में स्वस्थ जीवन मिलेगा।