चित्तौरगढ़- बालकों के मामलों में अधिनियम अनुरूप प्रक्रियाओं के साथ संवेदनशील व्यवहार अतिआवश्यक- एसपी जोशी।
वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ श्री दुर्गेश कुमार लक्षकार।
चित्तौडगढ़।पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी के निर्देशन तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, महिला अपराध एवं अनुसंधान प्रकोष्ठ, चित्तौडगढ मुकेश सांखला के मार्गदर्शन में उदयपुर रेंज पुलिस और युनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में संचालित पुलिसिंग फॉर केयर ऑफ चिल्ड्रन कार्यक्रम अंतर्गत आज दिनांक 30 मई को विशेष किशोर पुलिस इकाई की त्रैमासिक समीक्षा बैठक का आयोजन रिजर्व पुलिस लाईन स्थित अन्वेषण भवन सभागार में किया गया।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी जी ने जिले के सभी पुलिस थानों पर नियुक्त बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए इकाई के महत्व तथा बालकों के मामलों में संवदेनशीलता से कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिए। उन्होने बताया कि पुलिस के संपर्क में आने वाले देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बालकों तथा विधि से संघर्षरत बालकों के मामलों में किशोर न्याय अधिनियम एवं संबंधित अधिनियमों की पालना के साथ संवेदनशीलता से कार्यवाही भी अपेक्षित है। उन्होने बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों को बताया कि किसी भी अपराध की स्थिति में उनसे जुडे हुए बच्चों पर सबसे ज्यादा प्रभाव पडता है, ऐसी स्थिति में पुलिस अधिकारियों द्वारा अन्य विभागों के सहयोग से सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोडने तथा पुलिस थाने पर बाल मैत्री वातावरण के निर्माण के लिए प्रयास करने निर्देश दिए। बैठक में युनिसेफ की बाल संरक्षण सलाहकार सिन्धु बिनुजीत ने अधिकारियों को इकाई के गठन की आवश्यकता तथा पुलिस मुख्यालय से जारी निर्देशो के अनुसार थानों पर अधिनियम के अनुसार प्रपत्रों के प्रयोग, प्रक्रियाओं के संचालन, बाल हेल्प डेस्क के संचारू संचालन के संबंध में प्रजेन्टेशन के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराई। उन्होने बालको के मामलों में अधिनियमों में परिभाषित विभिन्न प्रपत्रों को विस्तृत रूप से समझाते हुए थाना स्तर पर उपयोग के लिए आवश्यक सुझाव उपलब्ध कराए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, महिला अपराध एवं अनुसंधान प्रकोष्ठ, चित्तौडगढ़ मुकेश सांखला द्वारा बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों को थाना स्तर पर बालकों के रेस्क्यु तथा पुर्नवास के लिए कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिए। उन्होने पुलिस मुख्यालय द्वारा बाल श्रमिकों तथा बंधुआ बाल श्रमिकों के रेस्क्यु तथा पुर्नवास के लिए प्रस्तावित अभियान उमंग तृतीय के अंतर्गत कार्यवाही के लिए थाना स्तर पर टीम का गठन कर प्रभावी कार्यवाही के लिए आवश्यक निर्देश उपलब्ध कराए। बैठक में बाल कल्याण समिति की अध्यक्षा प्रियंका पालीवाल ने पुलिस द्वारा समिति के समक्ष प्रस्तुत किए जाने वाले बालकों के संदर्भ में महत्वपूर्ण दस्तावेजों के बारे में जानकारी देते हुए सुझाव उपलब्ध कराए। बैठक में सहायक निदेशक सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग तोषनीवाल श्रम निरीक्षक चित्तौडगढ, मानव तस्करी विरोधी प्रकोष्ठ चित्तौडगढ एवं चाइल्ड हेल्पलाईन की टीम द्वारा विचार व्यक्त किए गए। बैठक में जिले के सभी पुलिस थानों के बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों एवं पुलिसिंग फॉर केयर ऑफ चिल्ड्रन कार्यक्रम के आकाश उपाध्याय सहित 50 से ज्यादा अधिकारी उपस्थित थे।