वीरधरा न्यूज़। गंगरार @कमलेश सालवी।
गंगरार। “मनुष्य जीवन कर्म प्रधान है” उपरोक्त विचार हठ योगी श्रीधैर्य मुनि महाराज ने रविवार रात्रि को उपनगर चंदेरिया रेल्वे स्टेशन स्थित स्वाध्याय भवन में औरंगाबाद महाराष्ट्र से चातुर्मास समाप्ति के पश्चात चितौडगढ से विहार करते हुए स्वाध्याय भवन पहुंच धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए रखे। उन्होंने कहा कि देवन को दुर्लभ भारत भूमि में मनुष्य जीवन बड़ा महान है। उन्होंने कहा कि मनुष्य जन्म ही कर्म के अनुसार जाना जाता है। धैर्य मुनि ने कहा कि कर्म के द्वारा ही मनुष्य स्वयं अपने भाग्य का निर्धारण करता है। उन्होंने कहा कि कर्म ही हमारा जीवन है, जीवन ही कर्म है।कर्मों के बन्धन से मुक्ति नहीं मिलेगी तब तक हमें विभिन्न योनियों में भटकना पड़ेगा। धैर्य मुनिश्री ने कर्म की परिभाषा व प्रकार को विभिन्न आख्यानो से समझाते हुए कहा कि जीवन में दुख व सुख, अधोगति व ऊधर्वगति तथा जीवन का उदय व मरण के मूल में कर्म ही निमित्त रहा है। मुनिश्री ने पाप और पुण्य पर भी विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें कर्मों का फल तो अवश्य भोगना ही होगा। धैर्य मुनि ने चिंता जताते हुए कहा कि जीवन को सुखी बनाने के लिए मनुष्य ईश्वर का भय नहीं रखते हुए उल्टे सीधे कर्म करते हुए सिद्ध मुक्त न बनकर संसार में उलझता रह पशुवत व्यवहार भी कर बैठता है, जिसके परिणामस्वरूप चौरासी लाख योनियों में विचरण करना ही होता है। धैर्य मुनि नेधर्म सभा में सावचेत करते हुए कहा कि मानव जीवन दुर्लभ है, हमें कुमार्ग की ओर गमन नहीं करते हुए हम कर्मों के बन्धन में न बंधे। धैर्य मुनि महाराज ने इस अवसर पर वर्तमान में पाश्चात्य संस्कृति के अपक्रमण व उसके दुष्परिणामों पर चिंता जताते हुए भारत की गौरवमयी संस्कृति को आत्मसात कर सुसंस्कारित होने पर बल दिया। प्रवचन के दौरान धैर्य मुनि महाराज ने स्वरचित मौलिक काव्य को उद्धृत करते हुए “धैर्यमुनि की अर्ज सुनो ,आत्म साधना का अभिलाषी हूं” “कर्म के बन्धन मैं तोड़ सकूं,मोक्ष मार्ग का अभिलाषी हूं,। “इतनी शक्ति हमें देना प्रभूवर, नैया पार लगानी है”।” हे महावीर तुम्हारे चरणों में, हम वन्दन नित नित करते हैं।” सुमधुर गीत गाने के पश्चात प्रवचन समाप्ति पर उपस्थित श्रावको श्राविकाओं को मांगलिक प्रदान किया। जैन समाज के मिडिया प्रवक्ता मधुसूदन शर्मा ने बताया कि धर्म सभा में जैन समाज अध्यक्ष व समाजसेवी कोमल सिंह मोदी, मंत्री सागर मल सुराणा, रेल्वे स्टेशन उपनगर जैन समाज के मंत्री अशोक कुमार कोचिटा, राजमल गोलेछा, विनोद कुमार रूंगरेचा, ताराचंद गोलेछा, भैरुलाल पगारिया, लादू लाल बाफना, रोशन लाल गोलेछा, सुशील कुमार कोचिटा अनिल कुमार गोलेछा सहित कई श्रावक श्राविकाएं उपस्थित थे। विहार सेवा के अशोक कुमार कोचिटा ने बताया कि धैर्य मुनि महाराज दिनांक 14मई मंगलवार को प्रातः हमीरगढ़ से विहार कर भीलवाड़ा पंहुचेंगे।
मिडिया प्रवक्ता मधुसूदन शर्मा ने बताया कि भीलवाड़ा से निरन्तर विहार करते हुए जयपुर व जयपुर से आगरा होते हुए ऊंटगिरी रोड खेरागढ, जनपद आगरा उत्तर प्रदेश में विराजमान हो दिनांक 14जुलाई2024को चातुर्मास में नियमित प्रवचन देंगे। जहां धैर्य मुनि महाराज की प्रेरणा व आशीर्वाद से खेरागढ़ के महावीर शिक्षण संस्थान के तत्वावधान में महावीर शिक्षा प्रसार समिति का गठन किया गया है। जिसका धर्मप्रेमी, भामाशाहों व दानदाताओं से आवश्यक सहयोग ले गरीब, निराश्रित व असहाय, कमजोर व सभी वर्गो बालक बालिकाओं के लिए निशुल्क शिक्षा, छात्रवृत्ति, आवास व भोजन आदि की सुविधा प्रदान की जावेगी। प्रवक्ता मधुसूदन शर्मा के अनुसार चातुर्मास के दौरान जैन बुनियादी शिक्षा व समाजोत्थान के नए प्रकल्पों का भी धैर्य मुनि महाराज के कर कमलों व आशीर्वचन से लोकार्पण होगा।
इधर मुनिश्री का रेलवे स्टेशन गंगरार स्वाध्याय भवन पहुंचने पर चितौड़गढ़ से अनिल जैन, जोधपुर से विजय कानूनगो एवम स्थानीय जैन समाज अध्यक्ष कोमल सिंह मोदी व मंत्री अशोक कुमार कोचिटा सहित जैन समाज जनों ने स्वागत किया।