एनएसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया मेवाड़ यूनिवर्सिटी का दौरा, यूनिवर्सिटी इंफ्रास्ट्राक्चर और सुविधाओं की प्रशंसा की।
वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ श्रीमती दीपिका जैन।
चित्तौड़गढ़। मेवाड़ यूनिवएनएसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया मेवाड़र्सिटी में तेलंगाना स्थित नेशनल एकेडमी ऑफ कंस्ट्रक्शन एनएसी के डायरेक्टर जनरल के. भिक्षापथी और डायरेक्टर शांति श्री ने दो दिवसीय दौरा किया और यूनिवर्सिटी के इंफ्रास्ट्रक्चर खासतौर से सिविल इंजीनियरिंग विभाग में स्टूडेंट्स को दी जा रही शैक्षणिक सुविधाएं, तकनीकी ज्ञान, संसाधनों, लैब और कार्यशैली का गहनतापूर्वक अध्यनन करते हुए प्रशंसा की।
गौरतलब है कि एनएसी का मेवाड़ यूनिवर्सिटी से विगत 8 वर्षाें से परस्पर संबंद्ध है, जिसके माध्यम से यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स समय-समय पर वहां जाकर निर्माण क्षेत्र की नवीनतम तकनीकियों से अवगत होते है और निर्माण क्षेत्र के उद्योगों के अुनरुप स्वयं को अपडेट करते है। उक्त उच्चस्तरीय प्रायोगिक ज्ञान और प्रशिक्षण की वजह से ही स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी स्तर से बेहतर जॉब्स उपलब्ध हो पाती है। मेवाड़ यूनिवर्सिटी के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल के निदेशक हरीश गुरनानी ने बताया कि एनएसी के वरिष्ठ पदाधिकारियों का यह दौरा आने वाले समय में स्टूडेंट्स के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा। आने वाले aसमय में स्टूडेंट्स को औद्योगिक-शैक्षणिक सहयोग के तहत एनएसी से संबंद्ध विभिन्न राष्ट्रीय एवं बहुराष्ट्रीय संस्थानों में भेजकर और आवश्यकता पड़ने पर कैम्पस में भी बुलाकर तकनीकी प्रशिक्षण के साथ-साथ उन्हें उच्च स्तर का प्रायोगिक अनुभव दिलाकर जॉब्स के लिए तैयार किया जाएगा। इससे स्टूडेंट्स को नवीनतम तकनीकियों का ज्ञान अर्जित होने से निर्माण क्षेत्र में उनका अच्छा प्लेसमेंट कराए जाने में काफी मद्द मिलेगी। मेवाड़ यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. (डॉ.) आलोक मिश्रा का कहना है कि आने वाले समय में जिस तरह से भारत का तेजी से विकास हो रहा है, उससे आने वाले समय में निर्माण क्षेत्र मेें कॅरियर बनाने की अपार संभावनाएं है। इसी को ध्यान में रखते हुए मेवाड़ यूनिवर्सिटी प्रशासन की कोशिश है कि एनएसी समेेत अन्य उच्च स्तरीय निर्माण क्षेत्र की कंपनियों से टाइ-अप करके स्टूडेंट्स का तकनीकी कौशल बढ़ाया जा सकें ताकि उन्हें यूनिवर्सिटी स्तर से ही अच्छी जॉब मिल सकें।
वरिष्ठ अधिकारियों के दौरे के दौरान प्रोफेसर आर. ए गुप्ता, ओएसडी एच.विधानी, इंजीनियरिंग संकाय के डीन प्रो. राजा रामासामी आदि मौजूद रहे।