वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़।कृषि विज्ञान केन्द्र चित्तौड़गढ़ द्वारा दिनांक 26 फरवरी 2024 को जैविक खाद वर्मी कंपोस्ट उत्पादन तकनीक पर असंथागत प्रशिक्षण का आयोजन बड़ी सादड़ी उपखड क्षेत्र के निकटवर्ती ग्राम पंचायत पायरी के स्थित जनजाति क्षेत्र के गांव ढिकणीया खेड़ी लालपुरा खाखरिया खेड़ी एवं पायरी गांव आदि गांव से 50 किसानो ने भाग लिया
प्रशिक्षण में डॉ रतन लाल सोलंकी वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष ने केंद्र की विभिन्न गतिविधियों एवं जैविक खेती के उद्देश्य एवं महत्व पर प्रकाश डाला साथ ही जैविक खेती में उपयोग की जाने वाली जैविक कार्बोनिक खादों जैसे कम्पोस्ट, वर्मी कंपोस्ट, वर्मी वाश, डी कम्पोज़र, बीजामृत एवं पच गव्य आदि के उपयोग पर चर्चा की वर्मीकंपोस्ट एवं वर्मी वाश बनाने की प्रायोगिक जानकारी से अवगत कराया साथ ही जनजाति किसानों के यहां केंद्र द्वारा स्थापित वर्मीकंपोस्ट इकाई का अवलोकन किया गया। महेंद्र डूडी प्रबंधक नाबार्ड चित्तौड़गढ़ ने किसानों को जैविक खेती की उपयोगिता के बारे में बताया साथ ही नाबार्ड के द्वारा जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान कर रहा है इसमें किसानों की आय में बढ़ोतरी हो रही है नाबार्ड टीडी एफ बाडी परियोजना के अन्तर्गत फलदार पौधे का निरीक्षण एवं पौधों की बढ़वार सम्बंधित तकनीक जानकारी उपलब्ध कराई अंत में महेश ने प्रशिक्षण में पधारे अतिथियों एवं जनजाति क्षेत्र के कृषकों का धन्यवाद ज्ञापित किया।