वीरधरा न्युज। नागौर@ श्री प्रदीप कुमार डागा।
नागौर।जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर डॉ. अमित यादव की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें जिला कलेक्टर ने बैंक एलडीएम से पीएम सम्मान निधि योजना की प्रगति रिपोर्ट लेते हुए एनयूएलएम के साथ ई-मित्र की ट्रेनिंग करवाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अधिकारियों को पेंशन वेरीफिकेशन करवाने के लिए निर्देशित किया। बैठक में नेहरू युवा केंद्र की सुरमयी शर्मा ने माय भारत ऐप के बारे में पावर प्रेजेंटेंशन देते हुए उसमें रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बताइ। जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी दलीप कुमार ने स्वामित्व योजना के बारे में जानकारी दी। इस दौरान जिला कलेक्टर ने जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक बजरंग सांगवा से विश्वकर्मा योजना की प्रगति की जानकारी लेकर अधिक से अधिक पात्र व्यक्तियों का पंजीयन करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग से राजश्री योजना की विस्तृत जानकारी लेते हुए कन्या के जन्म पर मिलने वाली राशि के उपयोग में वितरण की मॉनिटरिंग करने तथा चिकित्सा विभाग से समन्वय कर राजश्री योजना की राशि कन्या का खाता खुलवाकर उसमें ट्रांसफर करवाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग से टीबी रोग के परीक्षण की समीक्षा करते हुए आवश्यक व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इस दौरान जिला कलेक्टर ने नगर परिषद आयुक्त को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि शहर की सड़कों पर नालियों का पानी आ रहा है, जिससे सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही है। इस दौरान उन्होंने सड़क किनारे चल रही होटलों व ढाबो के पानी को रोकने के लिए वहां सोकते गड्ढे बनवाने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला कलेक्टर ने कहा कि नगर परिषद आयुक्त इन होटल व ढाबा संचालकों पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए उन्हें सोकते गड्ढे बनाने के लिए पाबंद करें। आगामी बैठक से पहले इस व्यवस्था में आवश्यक रूप से सुधार करें। वहीं जिला कलेक्टर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को गांवों में सड़कों पर पानी भरने से टूटी सड़कों की मरम्मत करवाने के भी निर्देश दिए। इस दौरान जिला कलेक्टर कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में भी होटलों के पास सड़कों पर कचरे के ढेर पड़े रहते हैं जिनका समय पर निस्तारण करवाएं तथा सड़कों पर सफाई व्यवस्था की पूर्ण मॉनिटरिंग करें। जिला कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को जीवन रक्षक योजना के आवेदन करवाने के भी निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने खनिज विभाग के अधिकारियों को जिले में हो रहे अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही पीडब्ल्यूडी, शिक्षा विभाग व चिकित्सा विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर आवश्यक सुधार करने के भी निर्देश दिए। बैठक में जिला कलेक्टर ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को गौशालाओं का भुगतान शीघ्र करवाने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला कलेक्टर ने कहा की सभी जिला स्तरीय अधिकारी टाइमलाइन के साथ काम करते हुए संपूर्ण कार्यों की मॉनिटरिंग करें तथा कामों की गुणवत्ता पर भी ध्यान दें। बैठक में जिला कलेक्टर ने टेंडर व पेमेंट संबंधी वर्क आर्डर पर ध्यान देने तथा लंबित प्रकरणों का निस्तारण करने की बात कही। इस दौरान जिला कलेक्टर ने कहा कि सरकारी कार्यालयों में प्लास्टिक की बोतल का उपयोग बिलकुल न हो, आवश्यक हो तो कांच की बोतल व गिलास का उपयोग करें। जिला कलेक्टर ने रसद विभाग के अधिकारियों को उज्ज्वला योजना के तहत नए रजिस्ट्रेशन की मॉनिटरिंग करने तथा सब्सिडी को लेकर आ रही विभिन्न समस्याओं का समय पर निस्तारण कर उनकी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला कलेक्टर ने कहा कि किसी भी लाभार्थी की सब्सिडी का पेमेंट ना अटके, इसकी पूर्णतया मॉनिटरिंग करें। बैठक में जिला कलेक्टर ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को म्यूटेशन की पेंडेंसी खत्म करने तथा चिकित्सा विभाग को टीबी बीमारी पर विशेष फोकस करने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने नगर परिषद आयुक्त को वर्क स्टैंडिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी काम में कोई यदि रोड़ा अटकाता है तो उस पर राजकार्य में बाधा के तहत तुरंत मुकदमा दर्ज करें। इस दौरान उन्होंने जलदाय विभाग के अधिकारियों को मेजर प्रोजेक्ट की सूची अपडेट करवाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला कलेक्टर ने रेलवे अधिकारियों को आरओबी संबंधी चिट्ठी लिखने तथा 30 अप्रैल तक रेलवे फाटक के ऊपर का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए तथा रेलवे के प्रोजेक्ट की सूची उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। इस दौरान उहोंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों से पशु मेले के लिए ट्रेन की व्यवस्था की जानकारी ली। बैठक के अंत में जिला कलेक्टर ने डिस्कॉम के अधिकारियों को जिले में ट्रांसफार्मर तथा खराब मीटर बदलने तथा बिजली चोरी की रोकथाम के प्रयास बढ़ाने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने नगरपरिषद के आयुक्त को दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को ब्लैक स्पॉट चिन्हित करने तथा वहां रात्रिकालीन दुर्घटना रोकने के लिए रोड लाइट लगवाने के भी निर्देश दिए।
बैठक में जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी दलीप कुमार, जिला उद्योग केन्द्र महाप्रबंधक प्रबंधक बजरंग सांगवा, डीओआईटी के कुंभाराम रेलावत, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी महेश पंवार, कृषि विभाग के सहायक निदेशक शंकरराम सियाग, उद्यानिकी विभाग के उपनिदेशक हरीश मेहरा, डिस्कॉम एसई एफआर मीणा, बैंक एलडीएम जीवन ज्योति, जिला रसद अधिकारी अंकित पचार, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक, नगर परिषद आयुक्त देवीलाल बोचल्या, महिला अधिकारिता विभाग के जितेंद्र शर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग के दुर्गा सिंह ऊदावत, जलदाय विभाग एसई रामचंद्र राड़ सहित सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, खनिज विभाग, सहकारिता विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।