वीरधरा न्यूज़।निम्बाहेड़ा@ श्री बन्शीलाल धाकड़।
कनेरा। प्रसिद्ध तीर्थ एवं संत शुकदेव मुनि की तपस्थली के निकट स्थित श्री गोपाल कृष्ण गौशाला में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में पंडित हरीश (हरि ओम) पाराशर ने कपिल अवतार का आख्यान किया , उसके पश्चात नवधा भक्ति की चर्चा करते हुए कहा की परमात्मा प्रेम के वशीभूत होते हैं जब जब भक्त सच्चे मन से सेवा करता है तो वो झूठे बेर खाने के लिए शबरी की कुटिया पर आ जाते हैं। सती अनुसुइया के चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि जब- जब व्यक्ति को अहंकार हो जाता है तब-तब परमात्मा अपनी लीलाओं से उनका अहंकार दूर करते हैं ब्रह्मा विष्णु महेश ने अपनी-अपनी पत्नियों का अहंकार दूर किया। गौ माता के विषय में बोलते हुए कहा कि आज समाज की विमुखता से गौ माता क़त्लखानों का शिकार हो रही है हम सबको संकल्प लेकर गौमाता को बचाने के लिए आगे आना होगा। कथा के दौरान पंडित मोहनलाल नागदा खेड़ा ने राम नाम बोलो नैया पार लग जाएगी।गंगा बहा दो एक बार दोबारा फिर आऊंगा… भजन प्रस्तुत किया तो श्रद्धालु गण भाव विभोर होकर नृत्य करने लगे। कथा के दौरान संरक्षक ठा भंवरसिंह अध्यक्ष पुष्कर शर्मा कोषाध्यक्ष प्रेमप्रकाश सुथार, सह कोषाध्यक्ष कैलाशचंद्र शर्मा, सह सचिव गीतालाल पचोरिया, फुलचंद धंधों, पूर्व सरपंच शंकर लाल धाकड़, डालचंद धाकड़, राधेश्याम जोशी, मांगीलाल काबरा, बंसीलाल धधोलिया, हीरालाल गाजी, मांगीलाल धाकड़ सहित सैकड़ों महिला-पुरुष उपस्थित थे।
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