उदयपुर-रोटी नही दी तो मां को तलाशते जंगल गई, पैंथर के मूवमेंट वाले क्षेत्र में 41 घंटे रही ढाई साल की बच्ची।
वीरधरा न्यूज़।चित्तोड़गढ़@ श्री दुर्गेश कुमार लक्षकार।
उदयपुर।राजस्थान के उदयपुर में चौक आने वाला मामला सामने आया है जहां एक नन्ही सी जान को रोटी नहीं मिली तो वह अपनी मां को तरसते हुए जंगल में चली गई जहां 24 घंटे पैंथर का मूवमेंट रहता है लेकिन इसे भगवान का चमत्कार ही कहिए की बच्ची सुरक्षित मिल गई है। मामला उदयपुर जिले के झाडोल थाना क्षेत्र का है। पुलिस बताया कि मंगलवार को बच्ची की मां जंगल में चारा काटने गई थी। इस दौरान इस बच्ची ने दादी से रोटी मांगी तो दादी ने कहा कि उसकी मांग आएगी और वह खाना बनाएंगी तब उसे रोटी मिलेगी। यह सुनकर यह ढाई वर्ष की बच्ची पैदल-पैदल ही जंगल की ओर अपनी मां को तलाशते हुए चली गई। जंगल में जाकर बच्ची रास्ता भटक गई और पैंथर के मूवमेंट वाले क्षेत्र मेें चली गई। झाडोल के राजपुरा गांव निवासी ढाई वर्ष की भाविका पुत्री शंकरलाल गायरी मंगलवार शाम को घर के बाहर आंगन में खेल रही थी और शाम को इसके परिजनों ने तलाशा तो यह नहीं मिली। इसके बाद ग्रामीणों ने इस बच्ची को पूरे गांव में और आस-पास तलाशा तो भी इसका पता नहींं चला। मंगलवार को परिजनों ने पुलिस को बताया तो झाडोल थानाधिकारी रतन सिंह के नेतृत्व में बच्ची की तलाश शुरू की। इसके साथ ही सिविल डिफेंस टीम को भी बुलाया, जिस पर मौके पर सिविल डिफेंस की टीम भी पहुंची। पुलिस, सिविल डिफेंस की टीम और ग्रामीणों ने इस बच्ची को गांव के सभी कुओं में, नदी में तलाशा पर पता नहीं चला। मंगलवार रात्रि को पता नहीं चलने पर सर्च ऑपरेशन बंद कर दिया गया। पुलिस का कहना था कि इस गांव में मूवमेंट ज्यादा रहता है तो ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा था कि बच्ची को पैंथर उठाकर ले गया होगा। बुधवार सुबह एक बार फिर से पुलिस, वन विभाग, ग्रामीण और सिविल डिफेंस की टीम ने सर्च ऑपरेशन लांच किया। पुलिस की टीम ने जिस पहाड़ पर ग्रामीणों ने तलाश किया था उस पहाड़ को छोड़ दिया और इस पहाड़ के दूसरी तरफ बच्ची की तलाश शुरू की। सर्च ऑपरेशन शुरू करने के करीब तीन घंटे बाद तलाशी के दौरान ही एक कांस्टेबल मुकेशनाथ को एक झाडी में किसी के रोने की आवाज सुनाई दी। यह देखकर वह उस ओर गया तो वहां पर यह झाड़ी के बीच में बच्ची बैठी थी और रो रही थी।
यह देखकर कांस्टेबल ने वहीं से बच्ची मिलने का शोर किया तो थानाधिकारी मौके पर गए और इस बच्ची को बाहर निकाला। पूरी तरह से सुरक्षित इस बच्ची के पांव ठंडे हो गए थे, जिस पर बच्ची को तत्काल स्कार्पियों में बैठाया गया और हिटर चालू किया गया ताकी इस बच्ची को गर्मी मिले। साथ ही बच्ची के हाथ-पांव पर मालिश करनी शुरू कर दी, करीब आधे घंटे बाद यह बच्ची नार्मल हुई और पुलिस इसे चिकित्सालय लेकर गई। जहां पर जांच में बच्ची नार्मल थी और किसी तरह की खरोच नहीं थी। बाद में बच्ची को उसके परिजनों के सुुपुर्द किया।