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गंगरार मेवाड़ यूनिवर्सिटी में मनाया गया विश्व मृदा दिवस, वक्ताओं ने रखे अपने विचार।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तोड़गढ़@डेस्क।

चित्तौड़गढ़। गंगरार मेवाड़ यूनिवर्सिटी में मंगलवार को कृषि एवं पशु चिकित्सा विज्ञान संकाय की ओर से विश्व मृदा दिवस मनाया गया। जिसकी थीम मिट्टी और पानीः जीवन का स्रोत थी। इस मौके पर संकाय के अंतर्गत कृषि, बागवानी और वानिकी विभाग के बीएससी प्रथम वर्ष और एमएससी मृदा विज्ञान के प्रथम वर्ष के स्टूडेंट्स ने भाग लिया। इन सभी स्टूडेंट्स के लिए मृदा दिवस की थीम से जुड़ी कई पोस्टर और रंगोली प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी। एमएससी प्रथम वर्ष मृदा विज्ञान की स्टूडेंट अनिल नबाम ने खाद्य, मिट्टी, अनाज, चूने और पौधे की सहायता से आर्गेनिक रंगोली बनाकर पर्यावरण के प्रति स्वस्थ संदेश दिया और विजेता बनी। इस मौके पर अपने-अपने विभागों में प्रतियोगिता के विजेताओं को भी पुरस्कत किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वाइस चांसलर प्रो. डाॅ. आलोक मिश्रा ने भारतीय कृषि के इतिहास, हरित क्रांति, मृदा की महत्ता और इसके विविधीकरण पर प्रकाश ड़ाला। उन्होंने बताया कि मिट्टी और पानी खाद्य उत्पादन पारिस्थितिकी तंत्र और मानव कल्याण के लिए आधार प्रदान करते है। उनकी अमूल्य भूमिकाओं को पहचानते हुए हमें भावी पीढ़ियों के लिए इन संसाधनों की सुरक्षा के लिए सक्रिय कदम उठाने जाने की आवश्यकता है। संकाय के डीन डाॅ. वाई. सुदर्शन ने मृदा के निर्माण, एकीकृत मिट्टी और इसके पानी के साथ मिलन के विचारों पर अपना दृष्टिकोण साझा करते हुए कहा कि ये दोनों वह माध्यम है जिसमें पौधे बढ़ते है और आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त करते है। डाॅ. आर. एस राणा ने बताया कि कार्बनिक पदार्थों में समृद्ध स्वस्थ मिट्टी जल प्रतिधारण और उपलब्धता को विनियमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। नाइजीरियन एमएससी स्टूडेंट सदीक सैनी ने भी मृदा के महत्व पर अपने विचार रखें। पोस्टर प्रतियोगिता में कृषि विभाग से आर्थिका ने प्रथम, सचिन कुमार ने द्वितीय और त्सेंमेई कोण्याक ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। बागवानी विभाग से विपुल अंजना ने प्रथम, आयुष पाटीदार ने द्वितीय और नवीन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वानिकी विभाग से नगमलेम कोन्याक विजेता रहे। एमएससी (मृदा विज्ञान) से मैना जाट प्रथम, अबुबकर इब्राहिम द्वितीय और अब्दुल्लाही उमर तृतीय विजेता रहे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. हेमाली बिजानी और ओम प्रकाश गुर्जर ने किया। वहीं कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों का आभार डाॅ. गौतम सिंह धाकड़ ने जताया।
इस मौके पर डाॅ. दीपक मिश्रा, डाॅ. मनोहर मेघवाल, चम्पा लाल रेगर, ओ.पी रेगर समेत अन्य विभागों के शिक्षकगण भी मौजूद रहे।

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