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मेवाड़ विश्वविद्यालय के विधि संकाय के विधार्थियों ने आयोजित की मूट कोर्ट मूट कोर्ट में विभिन्न क्रिमिनल लॉ और एक्ट के बारे में जानकारी दी गई।

वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।


चित्तौड़गढ़। मेवाड़ यूनिवर्सिटी में सोमवार को विधि संकाय के विधार्थियों के लिए आयोजित की गई तीन दिवसीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का समापन हुआ। इस प्रतियोगिता में विधि संकाय से लगभग 18 टीमों ने भाग लिया। जिनमें प्रथम विजेता टीम नंबर 101 (मिनी टीम), द्वितीय विजेता टीम नंबर 102 (यश टीम) और टीम नंबर 107 (बालाजी टीम) तृतीय विजेता रही।

तीन दिवसीय मूट कोर्ट में विधि संकाय के विधार्थियों ने क्रिमिनल लॉ के साथ-साथ नागरिकों के मौलिक कर्त्तव्यों और महिलाओं एवं बच्चों के अधिकार समेत विभिन्न धाराओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए मेवाड़ यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. आलोक मिश्रा ने कहा कि यूनिवर्सिटी स्तर पर इस तरह की मूट कोर्ट आयोजित होने से विधार्थियों में अदालती कौशल के गुण विकसित होते है क्योंकि इसका प्रारूप एक प्रकार से कोर्ट के नकली रूप की तरह होता है। इस तरह की प्रतियोगिता विधार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करती है और विधार्थियों की बोद्धिक क्षमता का विकास भी होता है। विजयी प्रतिभागियों में टीम नंबर 101 से मिनलेम, रोहिनी, उत्तम, टीम नंबर 102 से यश वर्धन, लेमनोन, सोनैना टीम नंबर 107 से बालाजी, अकासन और भानू आदि शामिल रहे। कई राउंड में चली।

इस प्रतियोगिता में मेवाड़ यूनिवर्सिटी वाइस चांसलर डॉ. आलोक मिश्रा, सहायक प्रफेसर राजेश भट्ट, सुगम तनवर, गीतांजलि, ईबाशीश, डॉ. अमित दाधीच और ईबाशीश ने न्यायाधिपति की भूमिका निभाई। इस प्रतियोगिता में बीबीए- एलएलबी, बीए-एलएलबी आदि कोर्सेस के विधाार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया ।

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