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चित्तौडग़ढ़-अपनी मांगो को लेकर शिक्षक महापंचायत में फूटा आक्रोश, शिक्षको ने कहा ‘खूब किये वादे, पूरे नहीं करने के है इरादे’।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।

चित्तौडग़ढ़। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के प्रदेशाध्यक्ष रमेशचंद्र पुष्करणा ने बताया कि शिक्षक महापंचायत में हजारों की संख्या में शिक्षक काली टोपी पहनकर सूरज मैदान, जयपुर में एकत्रित हुए। महापंचायत में नारे, प्रदर्शन कर शिक्षक हितों की वाजिब मांगों के प्रति असंवेदनशील रवैये को लेकर सरकार व उनके अधिकारियों को कोसा गया। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी तुरंत शिक्षक विरोधी निर्णयों को वापस ले, उन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों से मांग की कि शिक्षकों की सभी वाजिब मांगों को अपने घोषणा पत्र में सम्मिलित करें और सरकार बनने के प्रथम सौ दिवस में उन्हें पूरा करें।महापंचायत में संगठन मंत्री धनश्याम, प्रदेश संरक्षक प्रहलाद शर्मा, आन्दोलन के संयोजक एवं प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष सम्पतसिंह, प्रदेश महामंत्री महेंद्र कुमार लखारा, प्रदेश उपाध्यक्ष महिला अरूणा शर्मा, राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ भामस के प्रदेशाध्यक्ष अरविंद व्यासमौजूद रहे।

ये है ज्वलंत मांगे-

संगठन के संरक्षक राजनारायण शर्मा, प्रहलाद शर्मा, उमराव लाल वर्मा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नवीन कुमार शर्मा, संगठन की सह संगठन महिला मंत्री सुशीला जाट एवं महिला प्रदेश उपाध्यक्ष सुषमा विश्नोई तथा उपाध्यक्ष मा.शिक्षा अरुणा शर्मा, सही संगठन मंत्री जयराम, संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रारम्भिक शिक्षा अमरजीत सिंह एवं 9 संभागों के प्रदेश उपाध्यक्ष यथा कैलाशचंद सुथार, ओमप्रकाश विश्नोई, दीनदयाल शर्मा, कृष्ण कुमार सैनी, बसंत जिंदल, रूपाराम खोजा, योगेश कुमार शर्मा, शैतानसिंह राठौड़, ऋषिन चौबीसा व अभय सिंह राठौड़ संस्कृत शिक्षा उपाध्यक्ष ने संगठन की 11 सूत्री मांगों से अवगत करवाते हुए कहा कि सरकार विगत वर्षों से तृतीय वेतन श्रृंखला शिक्षको के स्थानान्तरण तक नही कर पाई है। बीएलओ सहित ढेरो गैर शैक्षणिक कार्यों में शिक्षकों को झोख रखा है। संगठन की मांग है कि थर्ड ग्रेड शिक्षको के ट्रांसफर किये जावे तथा बीएलओ व गैर शैक्षणिक कार्याे से तत्काल मुक्त किया जावे। अध्यापकों, वरिष्ठ अध्यापको के सभी संवर्गाे की वेतन विसंगतियों का निराकरण व उन सभी के नोशनल लाभ के प्रकरणों में एकरूपता लाने। 8-16-24-32 वर्ष पर एसीपी व पदोन्नति पद का वेतनमान प्रदान करने, आवश्यकता पड़ने पर तत्काल सीसीएल अवकाश स्वीकृत करने नियमो में बदलाव कर आदेश जारी करने, सम्पूर्ण सेवाकाल में परिवीक्षा अवधि केवल एक बार एक वर्ष करने, नियमित वेतन श्रृंखला में फिक्सेशन के समय परिवीक्षा अवधि को भी जोड़ने, सभी संवर्गाे की नियमित वर्षवार डीपीसी कर पदस्थापन करने, पातेय वेतन पर पदोन्नति शिक्षको को कार्यग्रहण की तिथि से वित्तीय परिलाभ व वरिष्ठता प्रदान करने, संस्कृत शिक्षा मे प्रवेशिका को वरिष्ठ उपाध्याय मे क्रमोन्नत करने तथा संगठन के मांग पत्र में वर्णित प्रारम्भिक, माध्यमिक, संस्कृत शिक्षा के शिक्षको की माँगो के समाधान करने की माँग की है।

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