वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। सूदखोरों से परेशान होकर एक महिला द्वारा जिला पुलिस अधीक्षक व जिला कलेक्टर के समक्ष उपस्थित होकर सख्त कार्यवाही की मांग की तथा इसके अभाव में इच्छा मृत्यु की मांग की। इसके बावजूद भी सूदखोरों के खिलाफ पुलिस ने किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की, तब महिला ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाते हुए इस्तगासा पेश कर अपनी वेदना सुनाई। न्यायालय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चित्तौड़गढ़ के आदेश से सूदखोरों के विरूद्ध पुलिस कोतवाली चित्तौड़गढ़ में प्रकरण दर्ज किया गया।
हाउसिंग बोर्ड गांधीनगर निवासी महिला हेमलता पत्नी प्रकाश नंगारची, उसके पति प्रकाश नंगारची व उसके लड़के राहुल नंगारची ने सूदखोरों द्वारा भारी भरकम ब्याज व पेनल्टी से दुःखी होकर जिला कलेक्टर चित्तौड़गढ़ के समक्ष उपस्थित होकर इच्छा मृत्यु की मांग की। पुलिस ने इस पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जिससे सुदखोंरो के हौसंले बुलंद हुए और खाली स्टॉम्प व खाली चेक जबरन हथियाते हुए इनका मकान अपने नाम पर करवा लिया। इनकी फोर व्हीलर गाड़ी भी ये लोग जबरन उठाकर ले गए। कर्जे से परेशान पति ने सरकारी नौकरी से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर सभी का ब्याज सहित चुकारा कर दिया। इसके बावजुद सुदखोरों की भूख कम नहीं हुई और चेक, स्टॉम्प नहीं लौटा कर कुटरचना से चौथ वसूली कर रहे थे। राते-बे-रात शराब के नशे में डरा-धमका रहे थे। पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही नहीं करने के चलते पीड़ित महिला द्वारा अधिवक्ता जसवंतसिंह राठौड़, प्रेमसिंह पंवार, नेपालसिंह के माध्यम से न्यायालय में गुहार लगाई। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चित्तौड़गढ़ के समक्ष डेढ़ दर्जन लोगों के विरूद्ध विभिन्न अपराध धाराओं में इस्तगासा पेश करने पर न्यायालय ने उक्त महिला की पीड़ा व अपराध की गंभीरता को देखते हुए पुलिस कोतवाली चित्तौड़गढ़ को प्रकरण दर्ज करने का आदेश दिया और पुलिस ने एफआईआर नम्बर 447/2023 दर्ज कर कार्यवाही प्रारंभ की।