वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़ । मेवाड़ की स्थापना से मेवाड़ के नाथ (राजा) सिर्फ और सिर्फ एकलिंग नाथ ही है जिसमें पूरा मेवाड़ हीं नहीं सम्पूर्ण प्रदेश की जनभावना जुड़ी हुई है।
किशन पिछोलिया अध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद, चित्तौड़गढ़ ने बताया कि एक समाचार पत्र में कपासन दरगाह को मेवाड़ का राजा शीर्षक से प्रकाशित किये जाने का विहिप में विरोध दर्ज कराया तथा पत्र लिखकर स्पष्टीकरण की मांग की ताकि आहत हुए जनमानस एवं उद्वेलित आमजन को शांत किया जा सके।