वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। बेगूं तहसील के सुवानिया ग्राम में करीब 50 वर्षों से निवासरत लगभग 150 सदस्यों ने स्वयं को जमीन एवं गांव से जबरन बेदखल करने की पंचायत की कार्यवाही के विरोध में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर राहत की मांग की।
सुवानिया गांव के प्रार्थीगण इन्द्रनाथ, शंकरनाथ, बजेराम, अमरनाथ, हेमनाथ, धूलानाथ, प्रकाश, भेरूलाल आदि द्वारा दिये ज्ञापन में बताया कि करीब 50 वर्षों से अधिक समय से वो निवासरत है। वर्ष 2016 में इंदिरा आवास योजना में तीन मकान भी आवंटित है जिनके परिवार रह रहे हैं। बाकी लोग कच्ची झोंपड़ियों, तिरपाल में निवास कर रहे हैं। सरपंच, सचिव अन्य गांव वालों के साथ मिलकर नोटिस देकर हटा रहे हैं। स्थानीय थाने तथा तहसीलदार में कोई सुनवाई नहीं हुई। पात्रता होते हुए भी पानी, बिजली, राशन, अनाज की मूलभूत सुविधाओं से जबरन वंचित किया जा रहा है।
इस अवसर पर राजूलाल, देवीलाल, रमेश, प्रकाश, जमनालाल, ललित, जलबती, राधा, भेरूलाल, गुड्डी, अंगूरी, रमेश, कैलाशी, सीता आदि उपस्थित रहे।