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जिला कलक्टर की अध्यक्षता में विभिन्न बैठकों का आयोजन औद्योगिक संस्थानों को निर्धारित लक्ष्य के अनुसार जल्द पौधारोपण के दिए निर्देश।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।

चित्तौड़गढ़। जिला कलक्टर पीयूष सामरिया की अध्यक्षता में मंगलवार को समिति कक्ष में जिला स्तरीय विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र समिति, जिला स्तरीय सीएसआर कार्यों की समीक्षा बैठक एवं जिला स्तरीय निर्यात संवर्धन समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिला कलक्टर ने जिले में बजट घोषणा वर्ष 2021-22 व 22- 23 तथा 23-24 के अनुसार राशमी, भूपालसागर, रावतभाटा, भदेसर आदि में भूमि आवंटन के प्रगति की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने राशमी उपखंड के ग्राम गुड़लिया, रावतभाटा के ग्राम जालर बावड़ी तथा भदेसर उपखंड के ग्राम नाहरगढ़ में भूमि आवंटन के लिए राजस्व विभाग को भिजवाने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने भूपालसागर के ग्राम कानाखेड़ा में भूमि आवंटन के पश्चात अग्रिम कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला कलक्टर ने इन्वेस्ट राजस्थान समिट के तहत किए गए एमओयू व एलओआई की प्रगति की समीक्षा की तथा लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए।
उप वन संरक्षक विजय शंकर पांडे ने जिले में वन क्षेत्रों के बाहर पौधारोपण की स्थिति की जानकारी दी। उपवन संरक्षक ने बताया कि जिले में 11.50 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिनकी जानकारी वन विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है। वेबसाइट से भी पौधों का क्रय किया जा सकता है। जिला कलक्टर ने औद्योगिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से उनके द्वारा किए जा रहे पौधारोपण की स्थिति की जानकारी ली तथा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार जल्द पौधारोपण करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने एक-एक कर विभिन्न औद्योगिक संस्थानों द्वारा सीएसआर के तहत किए जा रहे विभिन्न कार्यों, गतिविधियों, भविष्य की योजनाओं की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने नवाचार कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर संचालित ज्ञान केंद्रों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने औद्योगिक संस्थानों को संबंधित विभागों के साथ समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने औद्योगिक इकाइयों को वन क्षेत्र से बाहर पौधारोपण किए जाने हेतु आवंटित लक्ष्य को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने शिक्षा विभाग और आईसीडीएस के अधिकारियों से विद्यालयों, आंगनवाड़ी केंद्रों में आवश्यक विद्यार्थियों, स्टॉफ, संसाधनों आदि की जानकारी औद्योगिक संस्थानों को भी उपलब्ध कराने को कहा ताकि इसके अनुसार वे कार्ययोजना बनाकर सीएसआर गतिविधियां कर सके। उन्होंने यूआईटी के अधिकारी को पौधारोपण योग्य जगह चिन्हित कर औद्योगिक संस्थाओं को बताने के निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर अभिषेक गोयल, उपवन संरक्षक विजय शंकर पांडे, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र के महाप्रबंधक मोहित सिंह शेखावत, यूआईटी के अधिशासी अभियंता रमेश चंद्र बलाई सहित जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र, एवीवीएनएल, आईसीडीएस, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, शिक्षा विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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