वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
चितौड़गढ़ 26 दिसंबर/ ज्ञान सर्वत्र प्रकाश फैलता है,ज्ञान पुरुषार्थ ओर विनय से प्राप्त होता है,ज्ञान वो है जिससे समझ पैदा हो और उस समझ से विवाद ,संघर्ष या उलझन नही,अपितु सुलह,सवांद,के रास्ते खुले।
उक्त विचार शनिवार प्रात नए स्थानक भवन खातर महल में धर्मसभा को संबोधित करते हुए श्रमण संघीय उप प्रवर्तक डॉ सुभाष मुनि जी म.सा. ने व्यक्त करते हुए कहा कि धार्मिक क्रियाए व साधना जागरण है जो नित नए अनुभव प्रदान करती है, जिस साधना में समझ अनुभव प्राप्त नही हो वो साधना निरर्थक है,ज्ञानी बनने का ढोंग करने की बजाय प्राप्त ज्ञान,समझ से जीवन का सफल बनाने की दिशा में हम पुरुषार्थ करे। धर्मसभा को इससे पूर्व आगम ज्ञाता श्री ऋषभ मुनि जी ने भी संबोधित किया। रविवार के प्रवचन खातर महल में जारी रहेगे