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50 दिवसीय फड़ चित्रण कार्यशाला का समापन 30 फड़ चित्रकारों की प्रदर्शनी और 8 लब्धप्रतिष्ठित कलाकारों का किया सम्मान।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।

चित्तौड़गढ़। वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित 50 दिवसीय फड़ चित्रण कार्यशाला के समापन पर संस्कृति संस्थान चित्तौड़ के तत्वावधान में खरडे़श्वर महादेव मंदिर परिसर में 30 प्रशिक्षु महिला चित्रकारों के 90 चित्रों की प्रदर्शनी आयोजित हुई।
दीप प्रज्ज्वलित कर प्रदर्शनी का उद्घाटन कर मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यन्त ने फड़ चित्रों की प्रशंसा करते हुए इस भारतीय संस्कृति को जीवित रखने के हर प्रयत्न व प्रोत्साहन के लिए आश्वस्त किया।
विशिष्ट अतिथि पद से बोलते हुए नाबार्ड अधिकारी महेन्द्र सिंह डुडी ने तत्कालीन परिवेश में भारतीय उच्च जीवन शैली में संस्कृति और पारंपरिक चित्रण के योगदान पर प्रकाश डाला।
हेण्डीक्राफ्ट डवलेपमेंट कमिश्नर उदयपुर के सहायक निदेशक महेन्द्र सिंह मीणा ने कलाकारों को मिलने वाले सभी सरकारी योजनाओं, सुविधाओं से परिचित कराया। मिनाक्षी माली, निर्मला गर्ग, ज्योति कंवर, यशोदा सालवी, रेखा गर्ग व सरोज सुथार, सीमा प्रजावत, शिव कन्या प्रजापत, मंजु शर्मा आदि कार्यशाला की महिला चित्रकारों के चित्रों को अच्छे स्तरीय चित्रों की श्रेणी में माना।
समारोह में संस्कृति संस्थान द्वारा 8 वरिष्ठ कलाकारों का सृजन में उनके विशिष्ठ योगदान के कारण प्रशस्ति पत्र, शाॅल, मेवाड़ी पाग व श्रीफल से सम्मानित किया गया, जिनमें लघुचित्र शैली के लिए आशाराम मेघवाल जयपुर, वाश पेन्टिंग के लिए लोकेश शर्मा जयपुर, अजमेर मांडना के लिए संजय सेठी, मोलेला टेराकोटा के लिए राजेन्द्र कुम्हार, कत्थक के लिए रमा पचीसीया भीलवाडा, मथुरा कोलाज पेन्टिंग के लिए सुश्री उमा माथुर, तुर्रा कलगी मंचन के लिए रवि शंकर गौड़, प्रकाश चन्द्र गौड़ चित्तौड़गढ़ को संस्था के पद्म प्रभा पुरस्कार से सम्मानित किए गए। सचिव मनोज जोशी ने संस्थान की वार्षिक प्रगति व कार्याें से अवगत कराया।
खरडे़श्वर महोदव समिति के सदस्य चांदमल, चन्द्रेश, भगवतीलाल, छोटूलाल ने माल्यार्पण कर आभार व्यक्त किया। संचालन रमा पचीसीया ने किया।

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