स्पिक मैके के तत्वाधान में यूरोपियन किड्स स्कूल सेंती में हुई असम के शास्त्रीय नृत्य सत्रिया की प्रस्तुति।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़।स्पिक मैके के द्वारा विरासत 2023 के अंतर्गत असम के शास्त्रीय नृत्य सत्रिया की प्रस्तुति यूरोपियन किड्स स्कूल सेंती में हुई, यहां चेयरमैन ज्ञान सागर जैन द्वारा कलाकारों व अतिथियों का स्वागत किया। माल्यार्पण योगेश त्रिपाठी ने किया। अतिथियों व कलाकारों ने
दीप प्रज्ज्वलन किया। साथी कलाकारों के रूप में खोल वाद्ययंत्र पर देबाजीत सेकिया, गायन गौतम बायन व बाँसुरी प्रसन्ना बरूआ द्वारा बजाई गयी।
स्पिक मैके के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जेपी भटनागर मे बताया कि सत्रिया की अंतर्राष्ट्रीय कलाकार अनवेषा महंतो द्वारा बच्चों को सत्रिया नृत्य की पहचान कराई व इतिहास बताया, 15 वी शताब्दी की कला महान संत शंकर देव की रचना इनके प्रधान शिष्य माधव देव जी, को स्मरण करते हुए वेशभूषा, संगीत, वाद्य यंत्र , व पहनावे को दर्शाया। हस्त मुद्रा के बारे में बताते हुए संस्कृत के श्लोक के साथ गुरु शंकर देव के मुख्य शिष्य माधवदेव की रचना जो
सीता कल्याण में मन की बात बताई, उसने अपनी सखी के द्वारा श्री राम के बारे में बताया तो कल्पना में श्री राम को मन में बैठा देती है। सखी कलावती ने राम का सुन्दर वर्णन किया। स्वयंवर में राजा जनक धनुष लेकर आते हैं तो जो राजा स्वयंवर में आए थे आने वाले सभी अहम की वजह से धनुष को नहीं उठा पाते हैं। कोई भी इसमें सफल नहीं हुआ फिर राम जी ने आसानी से धनुष को उठाया, कवि ने संदेश दिया कि अहम कभी आगे नहीं बढ़ने देता है , तो हमेशा ध्यान रखना चाहिए। जब राम सीता की शादी हो जाती है तो माधव देव जी की रचना धन्य वो लोग जो भारत भूमि पर जन्म दिया इस कलयुग में जन्म लिया आदि बताया।
कृष्ण महिमा का वर्णन किया। कलाकार परिचय संगीता अरोरा ने दिया।
अंत में विद्यालय प्रशासन द्वारा आभार प्रकट किया।