वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ श्री दुर्गेश लक्षकार।
भगवान श्रीराम की कृपा से, हिन्दू समाज के 500 साल के संघर्ष के बाद, श्री राम जन्मभमि अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर आकार ले रहा है मंदिर हिंद् धर्म, संस्कृति और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है। इस भव्य मंदिर के निर्माण के लिए विश्व हिन्दू परिषद मकर संक्रांति से लेकर माधपूर्णिमा तक देश भर के 11 करोड परिवारों को जोडने के उददेश्य से एक व्यापक निधि समर्पण अभियान शुरू करेगा।
चितौडगढ़ में आज पत्रकारों को इस बारे में जानकारी देते हए विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री गोपाल जी ने कहा कि आज, पवित्र गीता जयंती के शुभ दिन, भगवान कृष्ण की आराधना करनेवाली मीराबाई पवित्र भूमि पर गीता का संदेश कर्मयोग हर हिन्दू को कर्मपथ पर प्रेरित करता है।
इ.स 1528 से श्रीराम जन्मभ्मि पर कलंक समान बाबरी ढांचा को हटाने का प्रयास आखिरकार आज गीता जयंती यानी 6 दिसंबर 1992 को फलीभूत हुआ और कलंकित ढांचा को भक्तों दवारा देश और दुनिया के नकशे से मिटा दिया गया था। लम्बी कानुनी लडाई के बाद, माननीय सर्वच्च न्यायालय ने 2019 में अपना अंतिम फैसला सुनाया, जिसमें श्री राम के जन्मस्थल पर एक भव्य मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया गया, साथ ही सरकार को एक ट्रस्ट बनाने का निर्देश दिया गया।
एक भव्य मंदिर के निर्माण के उददेश्य से पुरे देश के लोगों को भगवान श्रीराम से जोडने का दुनिया का सबसे बडा सम्पर्क अभियान शुरू किया जाना है।
15 जनवरी मकर संक्राति से लेकर 27 फरवरी संत रविदास जयंती और माघपूनम तक चलने बाला यह अभियान दुनिया का सबसे बडा जनसंपर्क अभियान होगा। पहले हमारा लक्ष्य 4 लाख गांबों, 11 करोड परिवारों और 50 करोड हिंदुओं तक पहुंचना था, लेकिन जब प्रांतीय समितियों के साथ बैठकें हुई और अकल्पनीय उत्साह देखा गया और यह लक्ष्य बढ़कर 5,23,395 गांवों तक पहुच गया, जबकि कुल गांवों की संख्या 6.5 लाख ही है। 13 करोड परिवारों और 65 करोड हिंदुओं का संपर्क करना तय हआ है, जन जन के सहयोग से भव्य मंदिर का निर्माण कार्य पुरा किया जाएगा। जिसके लिए देश भर में 10 लाख टोली बनाई गई हैं, जिसमें 40 लाख कार्यकर्ता संपर्क कार्य में शामिल होंगे। 10, 100, 1000 रुपए के कूपन तथा रसीद लेकर गरीब से लेकर संपन्न परिवार तक उनकी शक्ति तथा श्रदधा भक्ति के अनुसार सबसे सहयोग प्राप्त करेंगे। यह अभियान अब तक दुनिया के इतिहास में सबसे बडा संपर्क अभियान होगा।
राजस्थान में 15 जनवरी से निधि समर्पण अभियान शुरू किया जाएगा। इसके लिए राज्य के हर शहर में विशेष अभियान् कार्यालय भी शुरु किए गए हैं। एवं जिला स्तर पर श्रीराम मंदिर निधि समर्पण समितियों की रचना भी हुई है।
जिसमे विभिन्न संप्रदायो के सम्मानित संत तथा समाजसेवी सज्जन शामिल हैं। श्रीराम मंदिर के निर्माण में शामिल होने के लिए देश के अन्य राज्यों की तरह राजस्थान के नागरिकों और परिवारों को भी शामिल होने का आहवान करते हुए क्षेत्रीय संगठन मंत्रि श्री गोपाल जी ने कहा कि राजस्थान में सभी गांवों तथा नगरीय बस्तियों का शत प्रतिशत परिवारों तक पहुचने का लक्ष्य रखा गया है।
इस मंदिर के निर्माण के साथ ही रामराज्य की यात्रा प्रारंभ हो आएगी। यह अभियान रामराज्य के लिए एक लॉन्चिंग पैड साबित होगा। मंदिर का निर्माण अगले तीन वर्षों में पूरा हो जाएगा, और 2023 के अंत तक, मंदिर के शिखर पर एक भव्य भगवा पताका लहराएगी। परिणाम स्वरूप यह शताब्दी राम की शताब्दी होगी, चारों ओर राम के आदर्श पर चलने की प्रेरणा होगी। और हम सभी रामराज्य की और बढने की दिशा में एक सार्थक कदम उठाएंगे।
यह अभियान संपूर्ण भारतवर्ष में रामभक्ति, राष्ट्रभक्ति का भाव जगायेगा, परिणामस्वरुप श्रीराम मंदिर निर्माण के साथ सशक्त भारत का उदय होगा, साथ ही साथ विश्व में महाशक्ति के रूप में खडा होगा। इसके साथ ही भारत विश्व गुरु पद आसीन होगा ।