वीरधरा न्यूज़। नोखा@ श्री दौलत सिंह।
नोखा। समीपवर्ती गांव धवा में एक दिवसीय सत्संग कार्यक्रम के दौरान संतो ने आध्यात्मिक प्रवचन कर श्रोताओं को भक्ति भाव से भर दिया। चल रहे सत्संग कार्यक्रम के दौरान संत निर्मल दास महाराज ने प्रवचन सुनाते हुए कहा कि व्यक्ति का जीवन नश्वर है। इस जीवन को ईश्वर के भजन से सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा संतों, ऋषियों महा ऋषियों की वाणी ही सत्संग है। हवन से उठे धुआं से जैसे कीटाणुओं का नाश होता है, उसी प्रकार सत्संग से मानवता उत्पन्न होती हैं। उन्होंने कहा कि कुसंगति से दुख एवं सुसंगती से सुख की प्राप्ति होती हैं।
सत्संग कार्यक्रम में संत लक्ष्मण दास महाराज ने प्रवचन के दौरान कहां कि सत्संग की अपनी महिमा है। सत्संग के बिना अंदर का मैल नहीं धुलेगा। मन अगर निर्मल नहीं है, तो पुण्य का करना व्यर्थ है। उन्होंने कहा कि मनुष्य के जीवन में सत्संग ही सतमार्ग की ओर ले जाता है। जहां-जहां सत्संग होते हैं, वहां बुलावे का इंतजार हमें नहीं करना चाहिए। हमारा जीवन ही ईश्वर का गुणगान करने के लिए ही हुआ है। सतमार्ग पर चलना कठिन होता है परन्तु हम विषम परिस्थितियों में तंग आकर ईश्वर की भक्ति छोड़ देते है। और दर-दर भटकते रहते है। परन्तु सफलता हाथ नहीं लगती। जबकि हर परिस्थिती में ईश्वर हमारा साथ किसी न किसी रूप में देता है। सत्संग कार्यक्रम के दौरान महिला पुरुषों ने संत महात्माओं की बताई हुई ज्ञान रूपी बातों का लाभ उठाया।
इस मौके पर मनीराम मेघवाल, धनाराम कटारिया, जगदीश, नेमाराम, पांचाराम, भंवर लाल चौधरी सहित मौजूद रहे।