नीरजा मोदी स्कूल व मेवाड यूनिवर्सिटी में आयोजित हुई पश्चिम बंगाल के पारंपरिक नृत्य पुरलिया छाऊ की प्रस्तुतियां।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़।स्पिक मैके के तत्वावधान में विरासत 2023 के अन्तर्गत स्थानीय चैप्टर के द्वारा पश्चिम बंगाल के पारंपरिक नृत्य पुरलिया छाऊ की दो प्रस्तुतियां चित्तौड़गढ़ के नीरजा मोदी स्कूल व गंगरार स्थित मेवाड यूनिवर्सिटी में आयोजित हुई।
पुरलिया के पुरखो से मिली शिक्षा से तमल कान्ति रजक ने 16 सदस्यो के साथ आकर्षक प्रस्तुतियां दी।
समृद्ध भारतीय कला और परंपरा को पोषित करने और विद्यार्थियों को इनके प्रति लगाव और आकर्षण को बढ़ावा देने के लिए नीरजा मोदी स्कूल हमेशा तत्पर रहता है। देश की नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और सभ्यता से जोड़ने में अलख जगा रही संस्था स्पिक मैके का कार्यक्रम नीरजा मोदी स्कूल के वातानुकूलित ऑडिटोरियम में हुआ। इसके अंतर्गत पुरुलिया छाऊ नृत्य कलाकार तमल कांति रजक के नेतृत्व में उनके 16 सहयोगियों ने अपनी बेहद सुंदर प्रस्तुतियां दी। छाऊ नृत्य भारत की एक आदिवासी मार्शल आर्ट शैली है जो उड़ीसा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में लोकप्रिय है। पुरलिया कलाकारों ने नृत्य के द्वारा महिषासुर वध एवं अन्य संस्कृति को बेहद सुंदर मुखोटे से दर्शाया।
कार्यक्रम में स्पिक मैके के पूर्व चेयरमैन जेपी भटनागर व विजन कालेज ऑफ़ मैनेजमेंट की डायरेक्टर डॉ साधना मण्डलोई शामिल हुए एवं स्पिक मैके के बारे में बच्चो को भटनागर ने परिचित कराया। स्कूल ने कार्यक्रम द्वारा बच्चो में भारतीय संस्कृति एवं नृत्य कला को दर्शाया है, जिससे बच्चो को कला एवं संस्कृति का मार्गदर्शन मिलता है। कार्यक्रम के अंत में स्कूल के प्राचार्य आशीष विजयवर्गीय एवं उप प्राचार्य मीतू डे ने पुरुलिया छाऊ नृत्य कलाकर एवं उनके सदस्यों को स्मृति चिन्ह देकर धन्यवाद प्रदान किया।
दूसरी प्रस्तुति गंगरार स्थित मेवाड यूनिवर्सिटी में चेयरमैन अशोक कुमार गदिया की अध्यक्षता में तथा उप कुलपति डॉ आलोक मिश्रा, रजिस्ट्रार डॉ राजा के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुई। जेपी भटनागर ने स्पिक मैके का उद्देश्य बताते हुऐ शास्त्रीय व पारंपरिक नृत्यो का अन्तर बताया।
डॉ चित्रलेखा सिंह के निर्देशन में स्टाफ, छात्र छात्राएँ उपस्थित थे। कार्यक्रम संचालन छात्रा आकृति ने किया।
अंत में सभी कलाकारों का डॉ अशोक कुमार गदिया ने मेवाडी पाग व उपरणा से सम्मान किया।