वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़। मान लो तो हार है ठान लो तो जीत, बस इसी कहावत को साकार किया है अरनिया पंथ गांव के युवाओं ने। 2 वर्ष पहले मोक्षधाम को देखा तो हालत बद से बत्तर थे, लेकिन उसे देखकर युवाओं ने हार नहीं मानी और यहाँ के हालत बदलने कि ठान ली और तब से रोज जैसे समय मिला श्रमदान किया, पौधे लगाए, रंग रोधन, बैठक व्यवस्था आदि कार्यों को करते हुए श्रमदान के साथ अपनी जेब खर्ची भी यहाँ लगाते रहें और आज यहाँ कि सुंदरता और साफ सफाई ना सिर्फ आस पास के गाँवो बल्कि शहरों के मोक्षधाम को भी पीछे छोड़ते है।
इन युवाओं कि यह पहल अब कई गाँवो और युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बन गईं है।
बता दे कि इस युवा टीम मे अधिकांश युवा कृषि कार्य से जुड़े तो कोई अपने व्यवसाय से इसके चलते दिन मे समय नहीं मिलने पर ये यहाँ अधिकांश रात को ही अपनी सेवाए देते है।
मिट्ठूलाल जाट ने बताया कि यह प्रेरणा हमें शम्भूपुरा से मिली जहाँ कुछ बरसो पहले युवा टीम ने मिलकर मोक्षधाम का कायाकल्प करते हुए बंजर और पथरीली भूमि को समतल किया, पौधारोपण कर रोज उन्हें सींचा, बैठक व्यवस्था सहित आदित्य सीमेंट कि मदद से दर्जनों डंपर भराव करवाकर और पानी व्यवस्था कर आसपास के क्षेत्र मे सबसे बेहतर मोक्षधाम बना दिया था बस उसी युवा टीम चंद्रप्रकाश कुमावत, ओम जैन शम्भूपुरा, मनोज गदिया, पंकज डांगी, कैलाश साहू, दशरथ सिंह राठौड़, विजय कुमावत, रणजीत कुमावत आदि के सराहनीय कार्यों से प्रेरित होकर ही अरनिया पंथ युवा टीम मिठु लाल जाट, प्रभु लाल जाट, प्रदीप जाट, भवानी सिंह, दीपक जायसवाल, पप्पू जायसवाल, अमृत वैष्णव, किशन लाल जाट, मुकेश शर्मा, भगवती शर्मा आदि युवा टीम ने इस कार्य का बेड़ा उठाया और लगातार अपनी सेवाए जारी रखकर मोक्षधाम कि तस्वीर ही बदल दी, इन युवाओं का कहना है कि सेवाए आगे भी ऐसे भी जारी रहेगी।