गंगरार- धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने कहा जीवन की सच्ची पूंजी ज्ञान है तथा ज्ञानी व्यक्ति ही सर्वत्र पूजे जाते है।
वीरधरा न्यूज़।गंगरार@ श्री कमलेश सालवी।
गंगरार। “जीवन की सच्ची पूंजी ज्ञान है तथा ज्ञानी व्यक्ति ही सर्वत्र पूजे जाते है।” उक्त विचार राष्ट्र संत “कमलमुनि कमलेश” ने गुरुवार रात्रि में वर्धमान स्थानक भवन में मंगल प्रवेश के बाद आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने ज्ञानी व अज्ञानी में भेद बताते हुए कहा कि ज्ञान अर्जित करने के लिए विनयशीलता, नम्रता तथा दासत्व भाव रखने पर जोर देकर ज्ञान की लगन को सर्वोपरि बताया। राष्ट्रसंत कमल मुनि ने स्वाध्याय को परम तप बताते हुए कहा कि ग्रन्थों में बड़ी शक्ति है जहां सन्तों का निर्माण संभव है। उन्होंने सदग्रन्थो व सदसाहित्य को पढ़ कर ज्ञानी की सत्संग करने की महति आवश्यकता जताते हुए कहा कि, यदि हमें अनन्त जन्मों का भला करना है तो एक सद्ज्ञान की पुस्तक सदैव साथ में रख कर उसके अर्जित ज्ञान को अपने जीवन के आचरण में उतारना होगा। कमलमुनि ने इस अवसर पर दुख जताते हुए कहा कि आज ग्रन्थों का उचित सम्मान नहीं होने से समाज निर्माण में कठिनाई महसूस की जाने लगी है। राष्ट्र संत कमल मुनि ने सदगुरु व सत्संग पर भी विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि सत्य एक ही है, सबका एक ही सार है। राष्ट्रसन्त कमलमुनि ने कहा कि संत की कोई जाती नहीं होती बल्कि संत तो सम्पूर्ण मानवता की धरोहर है। कमलमुनि ने इस अवसर पर नशामुक्त समाज का निर्माण करने, गौचर भूमि को बचाने की अपील करते हुए कहा कि गौचर भूमि पर अतिक्रमण करने वाले को हत्यारे की संज्ञा देते हुए कहा कि सरकारें भी इस दिशा में कठोर कदम उठा कर गौचर भूमि की रक्षा करें। कमलमुनि ने चमड़े की वस्तुएं उपयोग में नहीं लेने तथा प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग बन्द करने साथ ही गौ दान करने पर जोर देते हुए गौसंवर्धन का आह्वान किया। राष्ट्रसंत कमल मुनि ने ” कबूतरों के लिए पक्षी विहार”योजना बना उन्हें अनाज,दाने व पानी की व्यवस्था करने बाबत सरपंच प्रतिनिधि बालकिशन शर्मा से मुखातिब होते हुए पक्षी विहार स्थल निर्माण में पंचायत की ओर से योगदान की अपेक्षा करने पर सरपंच प्रतिनिधि बालकिशन शर्मा ने अतिशीघ्र योजना को मूर्त रूप देने की प्रतिबद्धता व्यक्त कर अपने विचार व्यक्त किए। इस बाबत उपस्थित श्रावक श्राविकाओं ने यथाशक्ति अन्न व अन्य योगदान की गोशाला के मंत्री अशोक कुमार कोचिटा को कमलमुनि के आदेश पर दानदाताओं का नामोल्लेख भी धर्मसभा में पढ़ सुनाया गया। धर्मसभा मे तपस्वी घनश्याम मुनि, मिडिया प्रवक्ता मधुसूदन शर्मा, जैन समाज अध्यक्ष कोमल सिंह मोदी व अशोक कुमार कोचिटा ने भी सम्बोधित किया। धर्म सभा के मिडिया प्रवक्ता मधुसूदन शर्मा ने बताया कि गुरुवार रात्रि में सम्पन्न इस धर्म सभा में जैन समाज अध्यक्ष एवं समाजसेवी कोमल सिंह मोदी, सरपंच प्रतिनिधि बालकिशन शर्मा, पूर्व जैन समाज अध्यक्ष हुक्मीचंद लोढा, माहेश्वरी समाज अध्यक्ष योगेश जागेटिया, पूर्व प्रधानाचार्य सत्यनारायण पोरवाल, शिक्षाविद हरनारायण चतुर्वेदी, पवनसुत गोपाल गौशाला के संरक्षक रतन लाल तुरंगरिया, अध्यक्ष प्रेम शंकर जोशी, कोषाध्यक्ष सत्यनारायण शर्मा, मंत्री अशोक कुमार कोचिटा, गोरक्षा कमान्डो बलवंतसिंह चौहान व शिवराज जाट, श्री संघ मंत्री सागर मल सुराणा, कोषाध्यक्ष चांदमल कोठारी, ओम प्रकाश टेलर, नारायण लाल सुथार, हलवाई परमेश्वर भाट, फतह लाल आंचलिया, गिरीराज काखानी, राजकुमार लोढ़ा,हस्ती मल सुराणा, रोशन लाल पगारिया, हरक लाल कोठारी, सुजान मल सुराणा, शान्ति लाल कोठारी, मिश्रीलाल कोठारी, जैन समाज युवा अध्यक्ष सुनिल कुमार लोढा, महिला अध्यक्ष अनुजा देवी लोढा, पूर्व सरपंच उषा देवी मोदी, कमला पगारिया, ललिता सुराणा, रेखा कोठारी, लीला बाफना सहित कई श्रावक श्राविकाएं उपस्थित रहे।