वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। डीएसटी व बेंगू थाना पुलिस ने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ संयुक्त कार्यवाही करते हुए दो अलग-अलग कार्यवाहियों में 756 किलो 640 ग्राम अवैध डोडा चूरा सहित पिकअप व फॉर्च्यूनर को जब्त किया है। आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर हुए फरार।
जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने बताया कि जिले हाजा में अवैध मादक पदार्थों की धरपकड़ हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत डीएसटी प्रभारी भवानी सिंह राजावत मय टीम के बेंगू थाना के बलवंत नगर चौराहा पर नाकाबंदी कर रहे थे। नाकाबंदी के दौरान आंवलहेड़ा की तरफ से आती हुई एक पिकअप दिखाई दी। जिसे पुलिस टीम ने हाथ का इशारा देकर रुकवाने का प्रयास किया, किंतु पुलिस को देख चालक पिकअप को कोटा हाईवे रोड की ओर तेज गति से भगाने लगा जिस पर पुलिस टीम ने पिकअप का पीछा किया। पिकअप चालक पिकअप को गोरला के पास हाईवे रोड के किनारे खड़ी करके अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग गया। जिसका पुलिस टीम ने काफी पीछा किया किंतु अंधेरे का समय होने के कारण चालक भागने में सफल रहा। चालक द्वारा पिकअप को इस तरह से भगाने से पिकअप में कोई संदिग्ध वस्तु होने की पूर्ण संभावना होने के कारण जिला विशेष टीम प्रभारी ने उक्त सूचना से थानाधिकारी बेगू भगवान लाल मेघवाल को अवगत कराया। पुलिस थाना बेगू से अजयराज सिंह उप निरीक्षक जाप्ते सहित मौके पर पहुंचे। पुलिस ने नियमानुसार पिकअप की तलाशी ली तो 27 कट्टों में भरा हुआ डोडा चूरा मिला| पुलिस ने नियमानुसार डोडा चूरा का वजन किया तो कुल वजन 553.910 किलोग्राम हुआ।
इसी प्रकार जिला विशेष टीम ने बेंगू थाना के जोगणिया माता जी से मेनाल की ओर जाने वाले रोड पर एक फॉर्च्यूनर गाड़ी का पीछा किया तो चालक सुनसान जगह पर गाड़ी को खड़ा कर अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया जिसकी जिला विशेष टीम ने काफी तलाश की किंतु नहीं मिला। गाड़ी संदिग्ध प्रतीत होने के कारण प्रभारी जिला विशेष टीम ने उक्त सूचना से थानाधिकारी बेगू को अवगत कराया जिस पर थानाधिकारी बेगू भगवान लाल ने जाप्ते सहित मौके पर पहुंच नियमानुसार गाड़ी की तलाशी ली तो गाड़ी के अंदर 17 कट्टों में भरा हुआ अवैध डोडा चूरा मिला जिसका वजन किया तो कुल वजन 202.730 किलोग्राम हुआ। पुलिस ने दोनों कार्यवाहियों में कुल 756.640 किलोग्राम अवैध डोडा चूरा , फॉर्च्यूनर व पिकअप को मोके से जब्त कर लिया।
पुलिस थाना बेंगू पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में प्रकरण दर्ज कर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।