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ओलावृष्टि पर बोले विधायक आक्या- सरकार के साथ भगवान भी हुए नाराज कहां जाए किसान।

वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।

चित्तौड़गढ़। पिछले 2 दिनों से हो रही बारिश व ओलावृष्टि के कारण फसलों में हुई जबरस्त नुकसान को लेकर विधानसभा बजट सत्र के दौरान विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या ने तुरन्त मुआवजा दिलाने की मांग की।
विधायक आक्या ने विधानसभा में बताया कि उनके क्षेत्र सहित पुरे मेवाड में पिछले 2 दिनों से हो रही बारिश व ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसले विशेषतौर से अफीम, गेहूं, सरसों व चना पुरी तरह से नष्ट हो गये है। किसानों की सारी मेहनत बेकार हो गयी है और जबरदस्त नुकसान हुआ है कहीं-कहीं तो करीब 250 ग्राम वजनी ओले पडे है और इतनी ओलावृष्टि हुई है कि सड़को पर मशीनों से बर्फ हटानी पड़ी है।
विधायक आक्या ने मांग की है कि अफीम की फसल में ओलावृष्टि से डोडे फूटने के बाद फसल किसी काम की नहीं रही है। किसानों की कई महिनों की मेहनत ओलावृष्टि व बारीश के कारण बेकार हो गई। उन्होंने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष स्वयं व नेता प्रतिपक्ष भी मेवाड़ से ही आते है और उन्हें वस्तुस्थिति पता है। किसान जो मार जेल रहा है उसका दर्द एक किसान ही समझ सकता है। आक्या की मांग है कि सरकार एक बार तो तुरन्त किसानों को राहत दे फिर गिरदावरी करावें। उन्होंने पिछली वसुन्धरा सरकार का हवाला देते हुए बताया कि पिछली बार भी वो विधायक थे तब सरकार ने फसलों के नुकसान के आकंलन के लिए विधायकों की टीम बनाकर फील्ड में भेजा था, सरकार को अभी भी ऐसा ही करना चाहिए। एसडीआरएफ में 50 प्रतिशत राशि केन्द्र सरकार व 50 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा दी जाती है। आक्या ने बताया कि चित्तौड़गढ़ क्षेत्र में वो व अन्य जनप्रतिनिधि रविवार को मौके पर जाकर फसलों की दुर्दशा व किसानों के उदास चेहरे देखकर आए है। उन्होंने कहा कि पिछले 4 वर्षों से इस कांग्रेस सरकार ने किसानों की हालत खराब कर रखी है और अब भगवान भी नाराज हो गये है। जब भगवान व सरकार दोनों नाराज हो जाए तो किसान कहां जाए। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि वो सरकार पर दबाव बनाए और सरकार को मुआवजे के लिए गिरदावरी कराने के लिए कहे।

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