वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौडगढ़। विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने विधानसभा में ध्यान आकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से पेपर लीक मामले पर बोलते हुए इसे बेरोजगार युवाओ के सपने पर कुठाराघात बताया।
विधायक आक्या ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब में बोलते हुए कहां की गांव का गरीब व्यक्ति अपनी जमीन गिरवी रखकर व कर्ज लेकर अपने बच्चो को शिक्षण संस्थानो मे पढ़ाता है। बच्चे भी अपने अभिभावको के सपने को साकार करने हेतु कढ़ी मेहनत करते है। फिर जब प्रतियोगी परीक्षा का समय आता है तो एक दो पेपर के बाद पता चलता है की इस परीक्षा का पेपर तो लीक हो गया है इस पर उस बेरोजगार युवा व उसके अभिभावक की क्या मनोदशा होती है इसकी कल्पना भी नही की जा सकती है। कुछ अराजक तत्व पेपर लीक कर इन बेरोजगार युवाओ की मेहनत पर पानी फेर देते है। कांग्रेस राज में पिछले चार वर्षो में करीब 28 परीक्षाओ में से 16 परीक्षाओ के पेपर लीक हुए है। उन्होने शेष परीक्षाओ पर भी संदेह व्यक्त करते हुए कहां की एक ही कोचिंग सेंटर के 40-50 बच्चो का चयन हो जाता है लेकीन पास के ही दुसरे कोचिंग सेंटर जिसमें पढ़ाई ज्यादा बेहतर होती है उसके एक भी बच्चे का चयन नही हो पाता है। उन्होने गत दिनो जारी आर पी एस परीक्षा में एक ही घर के चार से पांच व्यक्तियो के चयन पर सरकार को घेरते हुए कहां की यह कोई इत्तफाक नही है। अगर सरकार ही लीक होगी तो पेपर भी लीक होगें।
विधायक आक्या ने सरकार द्वारा राजस्थान की तुलना उत्तर प्रदेश से करने पर कहां की उत्तर प्रदेश जेसा कानुन राजस्थान में होता तो पेपर लीक की घटना होती ही नही। उन्होने कहां की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा कराए गए कार्यो में से दस प्रतिशत कार्य भी राजस्थान की सरकार करे तो पेपर लीक जेसी घटनाओ पर पूर्णतया विराम लग जाए।
विधायक ने कानून के बावजूद पेपर लीक होने के मामले में नेताओ व अधिकारियो की मिलीभगत का संदेह जताते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने व दोषियो के खिलाफ सख्त कार्यवाही कराने की मांग की।