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भदेसर चिकित्सालय बना बिना इंजन की ट्रेन, चिकित्सकों के नही होने से झोलेझापो की बल्ले बल्ले, जिम्मेदार नही ले रहे सुध।

वीरधरा न्यूज़।भदेसर@ श्री शेलेन्द्र जैन।

भदेसर। उपखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 5 स्वीकृत पदों में से कार्यरत एकमात्र चिकित्सा अधिकारी के भी स्थानांतरण हो जाने के कारण यह पद भी अब रिक्त हो गया है, जिससे इस चिकित्सालय की हालत बिना इंजन की ट्रेन के समान हो गई है। वर्तमान में उपखंड स्तरीय इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक भी चिकित्सा अधिकारी कार्यरत नहीं है चिकित्सा अधिकारी के नहीं होने के कारण मौसमी बीमारियों से ग्रसित आ रहे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है चिकित्सा अधिकारी के नहीं होने के कारण चिकित्सालय में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ से अपना उपचार करवाना पड़ रहा है, तो वही लोगों को बाहर इलाज के लिए जाना पड़ रहा जिससे झोलेझापो कि बल्ले बल्ले हो रही लेकिन फिर भी जिम्मेदार मोन धारण कर बेठे है।
ग्रामीण जनों ने बताया कि भदेसर उपखंड मुख्यालय स्थित इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सा अधिकारियों के 5 पद स्वीकृत हैं इनमें से एक चिकित्सा अधिकारी काफी लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे हैं वहीं यहां कार्यरत चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष काठेड का अन्य जिले में स्थानांतरण हो जाने के कारण वह भी मंगलवार को रिलीव हो गए अब भदेसर अस्पताल में एक भी चिकित्सा अधिकारी के नहीं होने के कारण क्षेत्रवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है भदेसर चिकित्सालय उपखंड मुख्यालय पर होने के कारण यहां पर लगभग औसतन 200 से ऊपर की ओपीडी चलती है एवं एक माह में औसतन 20 डिलीवरी होती हैं परंतु अब चिकित्सा अधिकारी के न होने के कारण सारी व्यवस्था राम भरोसे हो गई हैं ग्रामीण जनों ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी सीएचएमओ से भदेसर मुख्यालय पर तुरंत चिकित्सा अधिकारी नियुक्त करने की मांग की है इस चिकित्सालय में पिछले लगभग 10 वर्षों से महिला चिकित्सा अधिकारी का पद भी रिक्त चल रहा है।
चिकित्सकों की कमी से जूझ रहे चिकित्सालय से आमजन व महिलाएं काफी परेशान है, ग्रामीणों का कहना है इस सरकारी अस्पताल की हालत नही सुधार सकते तो चिकित्सालय के सरकार ताला ही लगा दे ताकि सरकारी पैसा का नुकसान ना हो, यहाँ के बिगड़े हालात को लेकर ग्रामीणों में खासा रोष देखने को मिल रहा है।

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