डूंगला- सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने का डूंगला उपखंड के जैन समाज ने विरोध करते निकाला जुलूस।
वीरधरा न्यूज़।डुंगला@ श्री अमन अग्रवाल।
डुंगला।जैन समुदाय के प्रमुख सम्मेद शिखर जी जैन तीर्थ जो कि एक पर्वतीर्य श्रृंखला पर स्थित है। जहां पर विभिन्न तिर्थकरों को मोक्ष प्राप्त हुआ था जिसे हाल ही झारखंड सरकार द्वारा पर्यटन स्थल घोषित किया गया है। जिसके चलते इस स्थल पर माँस-मदिरा व्यसनों का उपयोग भी सार्वजनिक तौर पर आरम्भ हो जायेगा। ऐसे में इस पवित्र तीर्थ की पवित्रता को गम्भीर खतरा उतपन्न होगा। है इस स्थल की अक्षुण पवित्रता बनाएँ रखने व झारखंड सरकार द्वारा लिये निर्णय के विरोध में राष्ट्रीय स्तर पर सम्पूर्ण भारत बंद का आव्हवान किया गया। इसी कडी में जैन समाज चिकारड़ा द्वारा जुलूस निकालकर अपना विरोध प्रकट किया। जुलूस समता भवन से शुरू होकर बस स्टैंड,सांवलियाजी चौराहा, मेन बाजार,उदयपुर निंबाहेड़ा रोड, होता हुआ नीम चौक पहुंचा जहां से पुनः सदर बाजार होता हुआ समता भवन पहुंचा।
जानकारी में समाज के पारसमल कोठारी द्वारा बताया गया कि झारखंड में स्थित सम्मेद शिखर जी को पर्यावरण पर्यटक के लिए इको सेंसेटिव जोन सूची में लेने पर जैन समाज मैं रोष व्याप्त है। ईसको लेकर पूरे भारतवर्ष में विरोध प्रकट किया जा रहा है। इसी कड़ी मे चिकारड़ा, मंगलवाड़, डूंगला जैन समाज ने गांव में झारखंड सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए शांतिपूर्ण जुलूस निकाला। समाज के प्रतिनिधिमंडल नें उपखंड मुख्यालय पर पहुंचकर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन मे बताया गया की सम्मेद शिखर जी को इको टूरिज्म जोनल मास्टर प्लान सूची से बाहर करने की मांग की गई। ज्ञापन उपखंड अधिकारी के मार्फत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव, झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री स्मृति ईरानी को दिया।
ज्ञापन देने वालों में पारसमल कोठारी , संपत लाल छाजेड़, दिलीप धींग, शौकीन धीग, पप्पल बोहरा, सुरेश जैन, भगवती लाल छाजेड़, भगवती लाल बोहरा, सुंदर लाल लोढ़ा, नंदलाल बोहरा, खुशाल बोहरा, अभिषेक जैन, राजू नलवाया,अंकित कोठरी, गौतम बोहरा आदि उपस्थित थे।