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निम्बाहेड़ा-उपधान तप से मिलती है संयम की अनुभूति – आचार्य निपुणरत्न तेले तप आराधको का सामुहिक पारणा मंगलवार को।

 

वीरधरा न्यूज़।निम्बाहेड़ा@ श्री सुरेश नायक।

निम्बाहेड़ा।रानीखेडा तीर्थ पर पौष दशमी पर पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक महोत्सव के चौथे दिन उपधान तप स्थल पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
श्री पार्श्वनाथ श्वेताम्बर जैन पुण्यार्थ एवं शैक्षणिक न्यास ट्रस्ट के मंत्री मनोज मोदी ने बताया कि प्रातःकाल की वेला में आचार्य श्री की निश्रा में कुम्भ स्थापना व नवग्रह पाटला पूजन की विधि सम्पन्न करवाई गई। प्रवचन स्थल पर उपधान तप करने वाले एवं उपस्थित श्रावक श्राविकाओं को संबोधित करते हुए आचार्य निपुणरत्न सुरि ने कहा कि उपधान तप करने से हमे संयम जीवन की अनुभूति होती है, किस प्रकार साधू साध्वी संयम जीवन का पालन करते है उस झलक का हमे अनुभव होता है। इस 48 दिन के तप में 6 काया के जीवो को अभयदान मिलता है, गुरू भगवंतो का सानिध्य प्राप्त होता है, 18 पापो से मुक्ति मिलती है, 24 घंटे हम अपने कर्मो की निर्जरा करने का अहोभाग्य प्राप्त होता है। उपधान तप संसार से उपर हटकर हमे संयम की और ले जाता है। त्याग तपस्या व्रत से हम संयम जीवन की पालन कर वीतराग प्रभू के समीप पहुंचने में सफल होते है। दोपहर में प्रवचन मण्डप में शांतिनाथ स्नात्र महापूजन का आयोजन किया गया, जिसमें बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। शैक्षणिक न्यास ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेन्द्र डुंगरवाल ने बताया कि मंगलवार को प्रातः उपधान तप स्थल पर तेले तप की आराधना करने वाले आराधको का सामुहिक पारणा कार्यक्रम साढे 8 बजे से आरंभ किया जाएगा। इस वर्ष 300 से अधिक आराधक तेले तप की अराधना कर रहे है। वहीं उपधान तप करने वाले आराधको की संख्या 190 हो गई है, जिसकी आगे भी बढने की सम्भावना है। आयोजक परिवार के अश्विन डुंगरवाल ने बताया कि सामुहिक तेले तप आराधना के पारणा कार्यक्रम को लेकर भरत चक्रवर्ती भोजन मण्डप में सम्पूर्ण व्यवस्था की गई है। जहां पर सभी आराधक एक साथ बैठकर पारणा कर सकेंगे।

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