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कानोड़ नगरपालिका की कांग्रेसी अध्यक्ष 30 हजार की रिश्वत राशि लेते हुए गिरफ्तार,उपाध्यक्ष व अध्यक्ष पति भी हिरासत में।

 

वीरधरा न्यूज़।डुंगला@ श्री अमन अग्रवाल।

डुंगला/कानोड़। कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप यूं ही नहीं लगते साहब भ्रष्टाचार के उदाहरण देने वाले इस कांग्रेस में शायद कोने कोने में बैठे हैं, वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में गत दस दिनों से चल रही भाजपा की जन आक्रोश यात्रा के दौरान कांग्रेसियों पर भ्रष्टाचार को लेकर खुलकर भाजपाइयों ने आरोप लगाए थे और पुराने आरोप तो शायद लोग भूल गए होंगे लेकिन भाजपा की जन आक्रोश यात्रा के खत्म होते ही दूसरे दिन ही कांग्रेस के भ्रष्टाचार का एक बहुत बड़ा उदाहरण कानोड़ नगर पालिका में सामने आ गया और यहां कांग्रेस की पालिका अध्यक्ष चंदा देवी मीणा, उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह बाबेल व पालिका अध्यक्ष का पति सत्यनारायण मीणा गुरुवार को ठेकेदार से 30 हजार रुपए की राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार हो गए।
एक और जहां पालिकाध्यक्ष चंदा देवी मीणा के पति सत्यनारायण मीणा की दाहिनी जेब से एसीबी की टीम ने 30 हजार की राशि लेते हुए पालिका अध्यक्ष व उसके पति दोनों को ही हिरासत में ले लिया वहीं उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह बाबेल को रिश्वत के रूप में 40 हजार रुपए ठेकेदार से मांगने का सत्यापन करवाने के बाद हिरासत में ले लिया गया।

भ्रष्टाचारी कांग्रेस ने इसी तरह वल्लभनगर को किया बेहाल, भ्रष्टाचारियों को मिल रहा है संरक्षण- हिम्मत सिंह झाला

कानोड़ नगरपालिका अध्यक्ष उपाध्यक्ष का ट्रेप होना तो एक उदाहरण मात्र है इस कांग्रेस के भ्रष्टाचारियों ने आजादी के बाद से ही इस सत्ता पर काबिज होकर पूरी वल्लभनगर विधानसभा को बेहाल कर रखा है, भाजपा विधानसभा प्रभारी हिम्मत सिंह झाला ने कहा कि इन भ्रष्टाचारियों का अब अंतिम समय आ चुका है धीरे-धीरे सारे भ्रष्टाचारी बेनकाब होंगे और आने वाले समय में इस वल्लभनगर में परिवर्तन होना तय है आम जनता इन भ्रष्टाचारियों से घबरा चुकी है यह अपना बैंक बैलेंस व आशियाने बनाने में मस्त हैं और आम जनता को मूलभूत सुविधाओं से भी तरसना पड़ रहा है। किस तरह आम जनता के विकास को घटिया रूप देकर अपनी जेबें भर रहे हैं आखिर इनका बेनकाब होना तय था और हुआ भी वही।
प्रभारी हिम्मत सिंह झाला ने कांग्रेस सरकार और क्षेत्रीय विधायक को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कांग्रेसी विधायक के क्षेत्र में एक नगरपालिका में अपनी ही पार्टी के पदाधिकारी खुलकर रिश्वत ले रहे हैं आखिर कहीं ना कहीं नीचे से लगाकर ऊपर तक रिश्वतखोरी की बू आने लगी है, क्या कोई बिना संरक्षण में इतना खुलकर भ्रष्टाचार कर पाए यह संभव नहीं है आखिरकार कहीं ना कहीं पूरे विधानसभा क्षेत्र में इस रिश्वतखोरी व भ्रष्टाचार के बड़े खेल चल रहे हैं।

यह था मामला

ठेकेदार द्वारा कानोड़ नगरपालिका में लैपटॉप, फोटोस्टेट मशीन, प्रिंटर इत्यादि सामग्री के बिल पास करवाने की एवज में पालिका अध्यक्ष द्वारा 30 हजार रुपए की रिश्वत राशि की मांग की गई थी जिसपर परिवादी द्वारा 30 हजार रुपए रिश्वत राशि देते ही एसीबी की टीम पहुंच गई व पालिका अध्यक्ष के पति की जेब से उक्त राशि प्राप्त कर पालिका अध्यक्ष व उसके पति को हिरासत में ले लिया एवं आरोपी नगर पालिका उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह बाबेल द्वारा परिवादी द्वारा नगर पालिका कानोड़ में पूर्व में किए गए सेल्फी पांईन्ट व ओपन जिम के कार्य के बिल पास करने की एवज में अपने कमीशन के 40 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई, जिसके सत्यापन के बाद उपाध्यक्ष बाबेल को भी एसीबी की टीम द्वारा हिरासत में ले लिया गया। एसीबी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सेल्फी पाईन्ट, ओपन जिम सहित पूर्व में किए गए कार्य पर ठेकेदार द्वारा पूर्व में 80 हजार रुपए की रिश्वत राशि दी जा चुकी है।

कार्रवाई के दौरान यह रहे मौजूद…

इस कार्रवाई के दौरान अजमेर एसीबी पुलिस निरीक्षक नरेश चौहान, उप महानिरीक्षक समीर कुमार सिंह, प्रभारी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राकेश कुमार वर्मा के निर्देशन में मीरा बेनीवाल, हेड कांस्टेबल रामचंद्र, युवराज सिंह, कांस्टेबल गोविंद सहाय शर्मा, रविंद्र सिंह, रुचि उपाध्याय सहित एसीबी टीम अजमेर द्वारा उक्त कार्रवाई की गई।

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