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बड़ीसादड़ी-मृदा स्वास्थ्य दिवस पर किसानों की जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन।

 

वीरधरा न्यूज।बड़ीसादड़ी@ श्री रामसिंह मीणा।

चित्तौड़गढ़। कृषि विज्ञान केंद्र चितौड़गढ़ एवं जलग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग जिला परिषद चितौड़गढ़ के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 5 दिसंबर विश्व मुदा दिवस पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें 76 कृषक एवं कृषक महिलाओं तथा अधिकारियों, कर्मचारियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राकेश पुरोहित मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद ने विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस पर कृषि विज्ञान केंद्र पर आयोजित कार्यशाला में मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनाने पर जोर दिया तथा कृषक को इस कार्ड की सिफारिश के अनुसार खाद एवं उर्वरक फ़सल में उपयोग करें ताकि मृदा की उर्वरता शक्ति को बानये रखें साथ ही जैविक खेती की ओर आह्वान किया कि रासायनिक उर्वरक का कम प्रयोग कर वर्मी कंपोस्ट खाद या देशी खाद का प्रयोग करें। आरके अग्रवाल अधीक्षण अभियंता जल ग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग जिला परिषद चितौड़गढ़ ने प्रधानमंत्री कूषि सिंचाई योजना के बारे में विस्तृत तकनीकी जानकारी दी तथा वमी कम्पोस्ट एवं गोबर की खाद बनाने तथा उपयोग करने की आवश्यकता बताई
डॉ एस एल जाट उपनिदेशक कृषि विभाग चितौड़गढ़ ने कूषको को मूदा स्वास्थ्य कार्ड को उपयोग में लेने के लिए सलाह दी ताकि मृदा का स्वास्थ्य अच्छा रहे किसानों को प्रचुर मात्रा में यूरिया उपलब्ध कराया जिसमें किसानों को रबी फसलों में सुविधा होगी।
दिनेश जागा उपनिदेशक कृषि विभाग चितौड़गढ़ ने कहा कि जो जो कार्ड दे रहे हैं वह खेत कि जन्मपत्री संभाल कर खेती में प्रयोग करें तथा कूषि विभाग का आत्मा परियोजना किसानों की आय सुधार हेतु पुराने तरीके से खेती बंद कर वैज्ञानिक की सलाह में अधिक उत्पादन करें, ओपी शर्मा उपनिदेशक आई पी एम ने मृदा स्वास्थ्य प्रबंध हेतु विभिन्न जैविक खादों को प्रयोग करने की सलाह दी, डॉ शंकर सिंह राठौड़ सहायक निदेशक उद्यान ने बगीचों की स्थापना हेतु मिट्टी एवं पानी की जांच का महत्व समझाया विक्रम सिंह कूषि अनुसंधान अधिकारी ने मिट्टी परीक्षण के आधार पर उवर्रक गणना समझाई
केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्य्क्ष डॉ रतनलाल सोलंकी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए केंद्र की गतिविधियों पर प्रकाश डाला तथा केंद्र पर लगीं हुई विभिन्न इकाइयों के बारे में जानकारी दी तथा सभी किसानों को आह्वान किया कि केंद्र के वैज्ञानिक के द्वारा दी गयी नवीन तकनीक का खेती में उपयोग करें साथ ही मुदा स्वास्थ्य कार्ड क्या है क्यों जरूरी है कैसे करें तथा मुदा जांच से लाभ एवं मुदा स्वास्थ्य सुधार व उत्पादकता वृद्धि के मूल मंत्र किसानों को बताये तथा मुदा जांच से खेती में लाभ एवं मुदा स्वास्थ्य सुधार व उत्पादकता वृद्वि के मूल मंत्र किसानों को बताया गया
केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक डॉ राजेश जलवानिया ने कुषको को बागवानी फसलों के बारे में तकनीकी जानकारी दी। इस कार्यशाला में जल ग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग कुषि विभाग आत्म एवं आकाशवाणी के प्रति निधि भी उपस्थित थे कार्यशाला में पधारे हुए सभी अतिथियों एवं किसानों का केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक डॉ राजेश जलवानिया ने अंत में धन्यवाद दिया गया।
यह जानकारी वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रतनलाल सोलंकी ने दी।

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