वीरधरा न्यूज़।शनि महाराज @ श्री गजेंद्र सिंह राणावत।
कपासन।राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई राजकीय महाविद्यालय कपासन का प्रथम एकदिवसीय शिविर का आयोजन “मृदा दिवस” मृदा संरक्षण की थीम पर हुआ।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ सुनील कुमार खटीक ने संबोधित करते हुए कहा कि असीमित आवश्यकताओ के विरुद्ध सीमित संसाधनों के अनुकूलतम उपयोग पर जोर देते हुए कहा कि राजस्थान में भारत के कुल भूजल स्तर का 1% ही है। ऐसे में हमें पेयजल व्यर्थ नहीं करना चाहिए। घटता भूजल स्तर आने वाली पीढ़ी के समक्ष चुनौतीपूर्ण होगा। कृषि कार्य के लिए मृदा में आवश्यकता से अधिक रसायनिक उर्वरकों के उपयोग से ना केवल मनुष्य के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है, बल्कि मिट्टी के उपजाऊपन में भी कमी ला रहा है। भविष्य में मिट्टी के अनूपजाऊ हो जाने से खाद्य पदार्थ नहीं मिल पाएंगे। अतः भारत की परंपरागत जैविक खाद का उपयोग कर मृदा का संरक्षण करना चाहिए।
गतिविधि कार्यक्रम के तहत 6 दल बनाए गए। जिसमें स्वयंसेविका राजेन्द्र सिंह चारण के नेतृत्व में राणा प्रताप दल ने जैविक खाद के लिए गड्ढे का निर्माण किया गया। आयशा बानू के नेतृत्व में अब्दुल कलाम दल ने उद्यान से खरपतवार की सफाई। कृष्णा जाट के नेतृत्व में शिवाजी दल ने परिसर से प्लास्टिक एकत्रित कर निस्तारण किया। जतिन बारेगामा के नेतृत्व में ध्यानचंद दल ने खेल मैदान की सफाई की। निशांत सोनी के नेतृत्व वाले बीआर अंबेडकर दल ने कार्यक्रम बैठक व्यवस्था की। पुजा के नेतृत्व में लक्ष्मीबाई दल ने पौधो को पानी पिलाया।
स्वयंसेविका किरण कुंवर राणावत ने डॉक्युमेंटरी फिल्म “बचाएं मिट्टी” का प्रदर्शन करते हुए इसकी भूमिका रखी। अंकित तिवारी ने अनमोल वचन प्रस्तुत किया। स्वयंसेविका सपना कुंवर चुण्डावत ने अपने जन्मदिन के अवसर पर परिसर में पौधारोपण किया। धन्यवाद मनीष परमार ने किया।