वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ श्री अनिल सुखवाल।
चित्तौड़गढ़।पिछले दिनों जयपुर में सहायक न्यायिक कर्मचारी सुभाष मेहरा हुई निर्मम हत्या के विरोध में राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ की चित्तौड़गढ़ जिला शाखा के सभी कर्मचारीयों का सामूहिक अवकाश दूसरे दिन भी जारी रहा। सामुहिक अवकाश के दूसरे दिन सभी कर्मचारियों ने सामूहिक वाहन रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया।
कर्मचारियों की मांग है कि सुभाष मेहरा की हत्या को प्रशासन दबाव में आत्महत्या बता कर मामला दबाना चाह रहा है मामले की सीबीआई जांच और हत्या का मामला दर्ज कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग पर संघ सामुहिक अवकाश कर विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
चित्तौड़गढ़ जिला न्यायिक कर्मचारी संघ, मोटर दुर्घटना एवं दावा अधिकरण, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, स्थाई लोक अदालत एवं ताल्लुका मुख्यालयों के कर्मचारीयों द्वारा अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय लेने के बाद शुक्रवार को दूसरे दिन भी सामूहिक अवकाश जारी रहा जिससे जिले की सभी न्यायालयों में कार्य ठप रहा।
सामुहिक अवकाश के दूसरे दिन कर्मचारियों ने वाहन रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया।
राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ की जिला शाखा चित्तौड़गढ़ के अध्यक्ष राजेश व्यास ने वाहन रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुवे न्यायिक कर्मचारी अपने आपको कमजोर, बेसहारा, हताश एवं क्षुब्ध महसूस कर रहा हैं जिससे न्यायिक कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है साथ ही व्यास ने कहा कि जयपुर के न्यायिक सहायक कर्मचारी सुभाष मेहरा की हत्या के संबंध में संघ द्वारा जो मांगें रखीं गई हैं वे जब तक पूरी नहीं होती हैं तब तक अनिश्चितकालीन अवकाश के माध्यम से आन्दोलन जारी रहेगा।
वाहन रैली में जिले सहित उपखंड न्यायालयों के सभी कार्मिकों द्वारा वाहन रैली का आयोजन जिला एवं सेशन न्यायालय परिसर से प्रारम्भ करने के बाद रैली मुख्य बाजार से होते हुए कलक्ट्रेट पहुंची, कलक्ट्रेट से वापस जिला एवं न्यायालय पहुंचकर रैली का समापन किया गया।
बता दें कि पिछले दिनों जयपुर में हुई न्यायिक कर्मचारी की हत्या के विरोध में राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ राजस्थान के आव्हान पर गुरुवार को संघ की चित्तौड़गढ़ शाखा के बैनर तले जिले के सभी न्यायिक कर्मचारी अनिश्चितकालीन सामुहिक अवकाश पर चले गए।
कर्मचारियों का आरोप है कि जयपुर के पीठासीन अधिकारी एनडीपीएस न्यायाधीश के. एस. चलाना के परिवारवालों द्वारा मृतक को परेशान किया गया जिससे तंग आकर वह न्यायाधीश के घर पर काम करने नहीं जा रहा था। न्यायाधीश ने पद का दुरुपयोग करते हुए पहले तो कर्मचारी को उठवाया फिर सम्भवतया कर्मचारी के विरोध करने पर उसकी हत्या कर दी जिस पर न्यायिक कर्मचारी संघ मृतक सुभाष मेहरा की हत्या की सीबीआई जांच करवाने के बाद दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग कर रहा है।