वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चितौडगढ।भारत में संविधान लागू हूऐ 73 वर्ष हो चुके। इससे पहले देश में लोग मानवाधिकार से वंचित होकर हर तरह से गुलामी में जीने को मजबूर रहे।
भारतीय बहुजन साहित्य अकादमिक भारत के संरक्षक अध्यक्ष मदन सालवी ओजस्वी ने बताया कि संविधान दिवस पर चितौडगढ में किला रोड स्थित संविधान निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थल पर नगर परिषद के उपाध्यक्ष कैलाश पंवार, अम्बेडकर विचारमंच के संरक्षक छगन लाल चावला, कॉर्डिनेटर देवेंद्र दयाल, राधेश्याम आमेरिया, गोपाल भील आकोदिया, राजेश कोदली, गंगाराम मेघवाल, जानकी लाल टोलिया, माधव सिंह मीणा, रमेश चंद्र, अमृत लाल भाटीया, वर्दीचंद मेघवाल, दुर्गेश खटीक, के के बिलवाल आदि गणमान्य जन ने बाबासाहेब के संविधान में अपनी पुरी आस्था रखते हूऐ संविधान दिवस पर सभी को बधाई देते हूऐ अपने विचार रखे।
इस अवसर पर राज्य के अनेको स्थानो से भी गणमान्य जन, विभिन्न संस्थाओ के पदाधिकारियों शंकरलाल मेघवाल बिलडी, बालु नायक भादसोड़ा, सामाजिक क्रांति के लीडर लक्ष्मी नारायण परमार, उदयपुर से दिनेश सालवी, धनेरिया से नवरतन, राजसमंद से तुलसी राम सालवी, मदन लाल सालवी चितौडगढ सालवी पुष्पा, पार्वती सालवी, रमेश जाटव, तथा उदयपुर से एडवोकेट पी आर सालवी, चितौडगढ से सीता खटीक, एडवोकेट महेंद्र खींची, बडीसादडी से राम रतन सालवी, मोहन लाल सालवी, सुनिल सालवी, चितौडगढ जिले से एडवोकेट आनन्द बैरवा, सामाजिक पथ के सिपाही लक्ष्मण रेगर, कुडिंया राजसमंद से भेरू लाल सालवी आदि अनेको गणमान्यजन, महिला पदाधिकारीगन ने अपनी महत्वपूर्ण सन्देश में बताया कि संविधान दिवस की सार्थकता तभी हे जब हम संविधान निर्माता बाबा साहेब को समझें,माने तथा उनके बताये मार्ग का जीवन में हर कदम पर अनुशरण करें।