ओनलाइन गेम की चपेट में फंसा चित्तौड़ का एक होमगार्ड, लगी गेम खेलने कि लत तो विभाग के कई कर्मियों को बनाया ठगी का शिकार।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
चित्तौड़गढ़। जिले भर में जहा ऑनलाईन गेम जैसी सट्टेबाजी के चलते कई युवा आत्महत्या कर चुके है वही एक बड़ा मामला शहर में सामने आया है जिसके बाद शहर कोतवाली में भी मामला दर्ज हुआ है, लेकिन पुलिस की ऐसे मामले ओर सारे सबूत मिलने के बाद भी कार्यवाही नही होना दुर्भाग्यपूर्ण है।
शहर के नजदीक स्थित गांव धनेत कलां निवासी एक होमगार्ड बेल्ट नंबर 296 मुकेश शर्मा ने चित्तौड़गढ़ कोतवाली में कीर खेड़ा निवासी होमगार्ड राजेन्द्र सिंह के विरुद्ध एक रिपोर्ट देते हुए बताया कि मेरे एक साथी होमगार्ड जिसका नाम राजेंद्र सिंह बेल्ट नंबर 302 है ने मेरे साथ ऑनलाइन गेम के चक्कर में 11 हजार 500 रुपए की ठगी की है।
होमगार्ड मुकेश शर्मा का कहना है कि 9 तारीख को राजेंद्र सिंह ने घरेलू आवश्यकता के नाम पर मुझसे 11 हजार 500 रुपए मोबाइल ट्रांसफर के जरिए मात्र एक घंटे के लिए उधार लिए थे लेकिन जब उसने समय पर पैसा नहीं लौटाया और टालमटोल करने लगा और ड्यूटी पर आना भी बंद कर दिया तो मामले का पता करने के लिए मैं होमगार्ड मुकेश शर्मा और जिला पुलिस अधीक्षक के ड्राइवर देवेन्द्र सिंह झाला दोनों राजेन्द्र सिंह के घर पर पहुंचे और उसको ड्यूटी पर आने का आग्रह किया तो उसने कहा कि मैं मेरे मोबाइल पर गेम खेलता हूं जिसमें मुझे नुकसान हो गया है और उसकी भरपाई के लिए और गेम खेल खेलूंगा इसलिए घर पर ही रूकूंगा और ड्यूटी पर नहीं आऊंगा जिस पर होमगार्ड मुकेश शर्मा ने उससे कहा कि ओनलाइन गेम मत खेलो इस चक्कर में कई लोग अब तक सुसाइड तक कर चुके हैं और उससे मोबाइल ले लिया जिस पर राजेंद्र सिंह आक्रोशित हो गया और हाथापाई कर मारपीट करने लगा जिसके बाद मुकेश शर्मा ने ड्राइवर झाला के साथ कोतवाली थाने में पहुंचकर मोबाइल थाने में सपुर्द किया और राजेन्द्र सिंह पर कानूनी कार्यवाही करने की रिपोर्ट दी है।
पेश की गई रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि राजेन्द्र सिंह मेरे अलावा भी कई साथी होमगार्डों से भी घरेलू खर्च के नाम पर ठगी कर चुका है।
रिपोर्ट थाने में पेश करने के बाद जल्द से जल्द राजेन्द्र सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
बता दे कि जिले भर में ऑनलाइन गेम रूपी सट्टेबाजी का जाल बिछा हुआ है जो पुलिस के लिए भी एक चुनोती बना हुआ है लेकिन अभी तक पुलिस इस पर किसी भी तरह से लगाम लगाने में नाकाम रही है, जिसके चलते भी जहा एक तरफ शहर सहित जिले भर में कई बुकी के वारे न्यारे हो रहे है तो कई घर बर्बाद हो चुके ओर कई युवा कर्ज के बोझ तले अपनी जान तक गंवा बैठे है, अब देखना यह है कि जिला पुलिस इस ओर क्या कदम उठाती है।