जनसुनवाई से दिव्यांगजनों के लिए खुले राहत के द्वार विशेष योग्यजन आयुक्त उमाशंकर शर्मा ने चित्तौड़गढ़, गंगरार और निम्बाहेड़ा में की जनसुनवाई।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रेरणा से विशेष योग्यजन आयुक्त उमाशंकर शर्मा ने मिशन तहसील-392 के तहत गुरुवार को चित्तौड़गढ़, गंगरार और निम्बाहेड़ा में दिव्यांगजनों की जनसुनवाई की। इस दौरान विशेष योग्यजन आयुक्त शर्मा खुद चलकर दिव्यांगजनों की कुर्सी तक पहुंचे और उनकी हर समस्या को पूरी तरह संवेदनशीलता के साथ सुनकर अधिकारियों को हाथोंहाथ निस्तारण के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने माइक पर अपना नंबर भी नोट करवाते हुए कहा कि किसी भी दिव्यांगजन की कोई भी समस्या हो, तो वो बेझिझक संपर्क करें। आपकी समस्या का समाधान करवाना मेरी जिम्मेदारी है।
जनसुनवाई के दौरान कई मौकों पर विशेष योग्यजन आयुक्त की संवेदनशीलता नजर आई। लम्बे समय से पेंशन के लिए इंतजार कर रही एक बुजुर्ग महिला की चार दिन में पेंशन शुरू कर रिपोर्ट देेन के निर्देश दिए, तो बुजुर्ग महिला भावुक हो गई और उनके पैर छूने चाहे, तो विशेष योग्यजन आयुक्त ने उनके पैर छूकर कहा कि मैं आपका बेटा हूं।
दिव्यांगजनों के रोडवेज पास में देर न हो
जनसुनवाई के दौरान बड़ी संख्या में दिव्यांगजनों ने रोडवेज पास बनवाने में आ रही समस्याओं की ओर ध्यान दिलवाया, तो विशेष योग्यजन आयुक्त ने रोडवेज के अधिकारी को दो दिन में जनसुनवाई में प्राप्त होने वाले आवेदनों का निस्तारण कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। इसी प्रकार हियरिंग एड, व्हील चेयर, पेंशन सहित राज्य सरकार की अन्य जनकल्याण योजनाओं के लिए भी हाथोंहाथ आवेदन प्राप्त कर अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई के दौरान चित्तौड़गढ़ में 3 ट्राइसाइकिल, 2 व्हीलचेयर, 3 बैसाखी, 3 श्रवण यंत्र, गंगरार में 4 ट्राइसाइकिल, 3 व्हीलचेयर, 8 बैसाखी, 1 श्रवण यंत्र और निम्बाहेड़ा में 4 ट्राई साइकिल, 8 बैसाखी और 1 श्रवण यंत्र का वितरण किया गया।
दिव्यांगजनों के हर कदम पर साथ खड़ी है सरकार- उमाशंकर शर्मा
विशेष योग्यजन आयुक्त उमाशंकर ने कहा कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों को कई बार छोटी-छोटी समस्याओं से जूझना पड़ता है, इसी बात को ध्यान में रखते हुए यह अभियान शुरू किया गया है। विशेष योग्यजन आपके द्वार अभियान के तहत राज्य के सातों संभागों में हर तहसील पर जाएंगे और दिव्यांगजनों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में गरीब हो चाहे अमीर 10 लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त में करा सकता है। उन्होंने चिरंजीवी योजना के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जानकारी देकर पंजीकरण करवाने पर जोर दिया।