बड़ीसादड़ी-ग्रामीण क्षेत्र की मौसेरी बहनों ने किया कमाल पेश की अनूठी मिसाल लगातार दूसरे वर्ष बनी जिला बैडमिंटन चेम्पियन
वीरधरा न्यूज़।रामसिह मीणा@ डेस्क।
बड़ीसादड़ी।शहरी चकाचौंध और अत्याधुनिक सुविधाओं से वंचित बड़ीसादड़ी उपखंड क्षेत्र की दो मौसेरी बहनों ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए लगातार दूसरे वर्ष 19 वर्ष से कम आयु वर्ग की जिला स्तरीय विद्यालयी बैडमिंटन सिंगल्स प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त कर शहर के स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल की विद्यार्थी जरखाना निवासी सुरभि जाट ने सभी को चौंका दिया। बुधवार को चित्तौड़गढ़ स्टेशन स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में आयोजित 66 वीं जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में 19 वर्ष से कम आयु वर्ग की छात्रा सिंगल्स बैडमिंटन में लगातार दूसरे वर्ष प्रथम स्थान प्राप्त कर यह सिद्ध कर दिया कि यदि पूर्ण निष्ठा व मेहनत करे तो सुविधाओं की भले ही कमी हो, जीत हासिल की जा सकती है।इसी खिलाड़ी की मौसेरी बहन जाटों का खेड़ा निवासी अक्षिता जाट ने भी लगातार दूसरे वर्ष अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दिया। इसने पिछले वर्ष तीसरा स्थान प्राप्त किया और इस वर्ष पांचवे स्थान पर रही। दोनों ही ग्रामीण खिलाड़ियों ने खुले आसमान के नीचे खेलकर तैयारी की, जबकि शहरी खिलाड़ी इनडोर कोर्ट में खेलकर अभ्यास करते है। उल्लेखनीय है कि सुरभि अपने ननिहाल जाटों का खेड़ा में रहकर पढ़ाई कर रही है। साथ ही खेल में अपना परचम लहरा रही है। जबकि अक्षिता तो अपने घर पर ही जाटों का खेड़ा में रहती है।
गुरुजी व दादा नाना की प्रेरणा
सुरभि व अक्षिता से जब पूछा गया तो बताया कि सुरभि के दादा व अक्षिता के नाना बाबूलाल जाट दोनों को लगातार अल सुबह से लेकर रात तक घर से बड़ीसादड़ी में खेलने के लिए लाने ले जाने के साथ ही बैडमिंटन के खिलाड़ी रहे गुरुजनों उनकी ड्यूटी समाप्त होने के बाद आग्रह कर मॉडल स्कूल में लेकर आते और प्रशिक्षण दिलाते रहते है। इन्हें अंतरराष्ट्रीय बेडमिंटन निर्णायक चंद्रकांत शर्मा, शारीरिक शिक्षक राजेन्द्र सिंह राजपूत और स्वयं मॉडल स्कूल के प्रधानाचार्य आदर्श पालीवाल देर रात तक स्कूल के प्रार्थना स्थल पर बनाये हुए बैडमिंटन कोर्ट पर डटे रहते है। रोज अपने साथ मैच खेल कर पूरा समय देते रहे। इसी वजह से यह सफलता मिली है।दोनों ही बहने टीम इंडिया में खेलने का स्वप्न बनाकर नित्य दो घण्टे मैदान में पसीना बहाती है और रोज किसी पुराने खिलाड़ी के साथ मैच खेलती है । दोनों बहने इस खेल को जीवन पर्यन्त खेलते रहना चाहती हैं। जिला स्तर पर विजेता रहने से दोनों बहने अब राज्य स्तर पर अपने खेल कौशल का प्रदर्शन करेगी।