कलेक्ट्रेट चोराये पर दो ट्रेवल्स बसों में मिला लगभग 2000 किलो मिलावटी मावा और 600 किलो मिल्क केक, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नष्ट कराया।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। आमजन को शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो, इसके लिए राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के अन्तर्गत शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग, चित्तौड़गढ की खाद्य सुरक्षा टीम ने अहमदाबाद से आ रही एक निजी टै्रवल्स बस से लगभग 2000 किलो मावा बर्फी, मिल्क केक, हल्वा व अन्य मिठाई प्रथम दृष्टया मिलावटी पाए जाने पर नष्ट करवाया।
अभिहित अधिकारी (खाद्य सुरक्षा) एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रामकेश गुर्जर ने बताया कि कलक्ट्रेट चौराह पर बस की तलाशी ली तो लगभग 2000 किलो मिठाई पाई गई। मिलावट का संदेह होने पर उक्त सभी खाद्य पदार्था के नमूने लिये जाकर बचे हुए माल को आमजन को विक्रय नहीं करने हेतु पाबन्द किया गया। उक्त माल मैसर्स सिरोटा डेयरी चित्तौड़गढ, मैसर्स मातेश्वरी मावा भण्डार चित्तौड़गढ एवं मैसर्स श्री राधा कृष्णा डेयरी चित्तौड़गढ का होना पाया गया। अन्य ट्रेवल्स बस की तलाशी के दौरान 15 कार्टून पाये गये जिनका वजन लगभग 600 किलोग्राम पाया गया। मौके पर कोई मालिक नहीं आया इस कारण मिठाई व मिल्क केक को प्रथम दृष्टयाः जांच कर मानव उपभोग योग्य नहीं पाये जाने के कारण नष्ट कराया गया।
मिठाई की दुकान से लिया नमूना
टीम द्वारा मैसर्स अंबिका जोधपुर मिष्ठान भण्डार जैनानी अस्पताल के पास एवं श्रीनाथ केटर्स चित्तौड़गढ से मलाईबर्फी एवं कलाकन्द का नमूना संगहण किया गया। सभी नमूने खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत नियमानुसार लेकर जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला भिजवा दिये गये है। जांच रिपोर्ट आने के बाद जांच रिपोर्ट में यदि खाद्य पदार्थ मिलावटी पाया जाता है तो खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्यवाही की जावेगी। खाद्य सुरक्षा अधिकारी प्रेमचन्द्र शर्मा की टीम में प्रशिक्षु खाद्य सुरक्षा अधिकारी घनश्याम शर्मा, राजेश नागर, सहयोगी राजेश मेवाड़ा व महेन्द्र सिंह व डेयरी प्रतिनिधि शम्भू व्यास शामिल थे।