चार माह में 1.5 करोड़ से सुधरी चित्तौड़गढ़ के पुराने हॉस्पिटल की सेहत राज्य मंत्री और जिला कलक्टर ने पुराने हॉस्पिटल का किया निरीक्षण।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निरोगी राजस्थान की संकल्पना चित्तौड़गढ़ में मजबूती के साथ साकार होती नजर आ रही है। 14 अक्टूबर को एक ओर जहां चित्तौड़गढ़ को मेडिकल कॉलेज की सौगात मिलने जा रही है वहीं, पिछले काफी समय से बदहाल चित्तौड़गढ़ कलेक्ट्रेट के सामने स्थित पुराना अस्पताल भी नए रंग-रूप में आमजन की सेवा के लिए तैयार है। पीडब्ल्यूडी के अनुसार पुराने हॉस्पिटल की मरम्मत और जीर्णोद्धार पर लगभग 1.5 करोड़ रूपये खर्च हुए हैं। राज्य मंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत और जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने मंगलवार को पुराने अस्पताल में हुए मरम्मत और जीर्णोद्धार कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान हॉस्पिटल के एक-एक कमरे में जाकर कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा तथा चिकित्सा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
सैटेलाइट हॉस्पिटल के काम आ सकती है बिल्डिंग- राज्य मंत्री सुरेंद्र सिंह जाड़ावत
राज्य मंत्री जाड़ावत ने बताया कि सबसे पुराने जिला चिकित्सालय के रूप में इस अस्पताल में ने बहुत समय तक चित्तौड़ को सेवाएं दी। नया हॉस्पिटल बनने के बाद धीरे-धीरे यहां कई अवांछित तत्व भी आने लग गए और पूरा हॉस्पिटल जर्जर हो गया। यह तय किया गया कि इसका रिनोवेशन करवाया जाए और इसको इस लायक बनाया जाए कि इसे भविष्य में हॉस्पिटल या किसी अन्य कार्यालय या मेडिकल कॉलेज के लिए जरूरत पडे़ तो काम में लिया जा सके। खुशी इस बात की है कि एक साल के निर्धारित समय से पहले चार माह में ही इस हॉस्पिटल का रिनोवेशन हो गया। मेरा यह प्रयास रहेगा कि यह मेडिकल कॉलेज की किसी विंग के रूप में काम आए अन्यथा मुख्यमंत्री जी से मिलकर प्रयास करूंगा कि इस बिल्डिंग में सैटेलाइट हॉस्पिटल खुल जाए।