वीरधरा न्यूज़।भीलवाड़ा@ श्री पंकज आडवाणी।
भीलवाड़ा। पंचायतों का कार्य मजबूत हो और समाज में अधिक जुडाव करने के लिये हमें क्रोध व अंहकार का त्याग करना होगा। हम स्वयं सनातन धर्म स्थल से जुडाव रखेगें तो परिवार व समाज का भी जुडाव हो सकेगा और आपसी समन्वय की शुरूआत स्वयं से करनी होगी ऐसे आर्शीवचन भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान न्यास की ओर से हेमू कालाणी जन्म शताब्दी वर्ष में दो दिवसीय राज्य स्तरीय पूज्य सिन्धी पंचायत मुखी सम्मेलन के समापन सत्र में हरीशेवा उदासीन आश्रम सनातन मंदिर में महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने कहे। स्वामी जी ने कहा कि पंचायत में मातृशक्ति मुखियाणी को भी जोडने के लिये राज्य स्तरीय सम्मेलन व पूज्य ब्राहमण देवता के साथ भी समाज को मार्गदर्शन के लिये होने वाले कार्यक्रम के लिये संत समाज व हरीशेवा उदासीन आश्रम सदैव सहकार करेगा।
श्रृाद्ध पक्ष में घर पर ही विधि विधान से श्री गीता पाठ एवं श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन व गौ माता की सेवा के लिये निश्चित सेवा कार्य करने से पितृ भी प्रसन्न होगें व परिवार में सुख समृद्धि होगी। बच्चे भी संस्कारवान होकर प्रेरणा लेगें। हम सदैव स्मरण करते हैं कि भोजन, भजन, खजाना व नारी है सभी पर्दा के अधिकारी, जिससे हमारा कल्याण होगा। तीन सुधारे समाज को संत सती व सूर। अपने निरंतर सेवा भाव को करना चाहिये जिससे अभ्यास की विस्मृति हो जाती है ऐसे सम्मेलन व कार्यक्रम निरंतर संगठनों में होने चाहिए। सत्र में ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम अजमेर के महंत स्वरूपदास उदासीन, श्री शांतानन्द उदासीन आश्रम तीर्थराज पुष्कर के महंत हनुमानराम, श्रीराम विश्वधाम के महंत अर्जुनदास, आश्रम के स्वामी मायाराम ने भी आर्शीवचन देते हुए समाज हित में पंचायतों के महत्व व सेवा कार्यों को अनूठा प्रयास बताया। सिन्धु सभा के सम्पर्क अधिकारी मनोज ने कहा कि कार्यकर्ताओं को संगठन में ईकाईयों में सक्रियता बढाने के साथ कार्यकर्ता निर्माण में युवा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देकर बढाना है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय प्रौढ प्रमुख कैलाश चन्द, प्रदेश संरक्षक सुरेश कटारिया, प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवाणी ने भी अपने विचार प्रकट किए।प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने वर्षभर कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी के साथ दिसम्बर माह में 30 दिवस राज्यभर में प्रत्येक तहसील तक रथयात्रा आयोजन व आगामी 21 जनवरी 2023 को जयपुर में कार्यक्रम पर विचार प्रकट किए, कार्यक्रम का शुभारंभ जगद्गुरू श्रीचन्द भगवान, भारत माता, आराध्य देव झूलेलाल सिन्धु चिन्ह व हेमू कालाणी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर किया गया। संगठन गीत मोहन कोटवाणी ने किया। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश प्रभारी महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने किया। स्वागत भाषण भगवान नथराणी व आभार संभाग प्रभारी वीरूमल पुरसवाणी ने दिया। कार्यक्रम का समापन सामूहिक राष्ट्रगान से किया गया।
बुजुर्ग मुखियों का हुआ सम्मान
प्रदेश में वरिष्ठ पंचायत मुखियों का महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन, संतो महात्माओं व सभा के पदाधिकारियों की ओर सम्मान किया गया। जिसमें खैरथल के अमुलमल कटारिया, श्रीगंगानगर के रामलाल गजरा, कोटा के मूलचंद तलरेजा व पाली के हरि।भाई तुलस्यिाणी की सेवाओं को सराहा गया। सिन्धी भाषा के कोर्स को अधिक सहकार देने के लिये चार शिक्षिकाओं व गुलाबराय मीरचंदाणी का भी सम्मान किया गया।
अलग अलग विषयों पर वक्ताओं ने प्रकट किए विचार
सम्मेलन में राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद के डिप्लोमा व सर्टीफिकेट कोर्स व नई शिक्षा नीति में मातृभाषा में अध्ययन व लाइब्रेर खोलने पर डॉ. प्रदीप गेहाणी, साप्ताहिक संस्कार केन्द्रों के आयोजन पर प्रो. मनोहरलाल कालरा, विद्यार्थियों के लिये केरियर काउंसिल के सत्रों के लिये प्रताप कटारा, मातृ शक्ति कार्य हेतु वंदना वजीराणी, युवा शक्ति के लिये मनीष गुवालाणी, डॉ. कैलाश शिवलाणी, मोहनलाल आलवाणी, कमलेश समताणी, जयकुमार चंचलाणी, दीपेश सामनाणी, तुलसी सोनी, गिरधारीलाल ज्ञानाणीसहित अलग अलग वक्ताओं ने विषयों पर अपने विचार प्रकट किये। सम्मेलन में पंचायतों को सहकार के लिये प्रस्ताव पारित किये गये। कार्यक्रम में प्रदेश से हीरालाल तोलाणी, जयकुमार चंचलाणी, घनश्यामदास हरवाणी, हीरालाल लखवाणी, घनश्याम मेंघवाणी, धर्मदास मोटवाण, नरेन्द्र बसराणी, मोहनलाल तुलस्यिाणी, बलराम मेहरचंदाणी, राधाकिशन शिवनाणी, जोधराज तनवाणी, प्रहलाद रायसिंघाणी, भोजराज धनवाणी, ओमप्रकाश रोघा सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे। सम्मेलन में भीलवाडा जिले के अलावा, अजमेर जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, पाली, बाडमेर, श्रीगंगानगर, बीकानेर, अलवर, कोटा, झालावाड, चित्तौडगढ, बांसवाडा हनुमानगढ सहित विभिन्न तहसील से पंचायत मुखीया सम्मिलित हुए हैं।