वीरधरा न्यूज़।चित्तोड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। माध्यमिक शिक्षा के प्रधानाचार्यों की ब्लाक स्तरीय सत्रारम्भ वाकपीठ शुक्रवार दिनांक 29 जुलाई 2022 को महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय स्टेशन चित्तौड़गढ़ में प्रारम्भ हुई। दो दिवसीय इस वाकपीठ में 72 प्रधानाचार्य भागीदारी कर रहे है।
वाकपीठ को संबोधित करते हुए राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण बोर्ड के अध्यक्ष और राज्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत ने कहा कि राजस्थान सरकार की दूरदृष्टि सोच से प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जनहित की सोच से ही राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल है और राज्य सरकार की प्रतिबद्धता से ही बालिका शिक्षा को लेकर अभूतपूर्व निर्णय हुए है। कर्मचारी हित में पुरानी पेंशन लागू करने का ऐतिहासिक निर्णय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसे दृढ़ व्यक्तित्व के कारण ही संभव हुआ है। जाड़ावत ने शिक्षकों को राष्ट्र निर्माता से संबोधित करते हुए कहा कि विकास की धुरी को आगे बढ़ाने का दायित्व संस्था प्रधान निष्ठा के साथ करे।
जाड़ावत ने संस्था प्रधानों से आह्वान किया कि विद्यार्थियों की गिरती नैतिकता को संस्कारों में बदलने की महत्ती जिम्मेदारी आपके ऊपर है और इसी संस्कार निर्माण से समाज में अनैतिक और अराजक तत्त्वों से मुक्त किया जा सकता है।
कार्यक्रम में नगर परिषद सभापति संदीप जी शर्मा, पूर्व सभापति रमेश नाथ योगी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष प्रेम प्रकाश मूंदड़ा, पार्षद विजय चौहान, मनोज भोजवानी, संदीप सिंह (सम्मी), पार्षद प्रतिनिधि राजकुमार खटीक भी उपस्थित थे। वाकपीठ को मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी भुवनेश्वर प्रसाद भट्ट एवं सीबीईओ जया रानी राठौड़ ने भी संबोधित किया। अतिथियों का स्वागत वाकपीठ अध्यक्ष नरेंद्र कुमार गदिया, सचिव चंद्र शेखर त्रिपाठी, महिला उपाध्यक्ष अनुराधा आर्य, महिला मंत्री रेनू सोमानी आयोजित विद्यालय प्रधानाचार्य ज्योति लड्ढा शम्भूलाल भट्ट, राजेश टेलर, प्रकाश शर्मा, अखिलेश चाष्टा इत्यादि ने किया। इस अवसर पर 31 जुलाई को सेवानिवृत होने वाले मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी भुवनेश्वर प्रसाद भट्ट का उत्कृष्ट सेवाओं के लिए ब्लॉक कार्यालय चित्तौड़गढ़ की ओर से अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का संचालन सामरी प्रधानाचार्य अयूब खान ने किया।