तीन साल की अबोध बच्ची की हत्या मामले में अपराधी को फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग करते हुए ग्रामीणों ने डीएम को सोंपा ज्ञापन।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@श्री अनिल सुखवाल।
चित्तौड़गढ़। बालिका की मां की आंखें रो रो कर सूख चुकी हैं, अपनी अबोध बच्ची को खो चुकी मां जिला कलेक्टर प्रशासन के सामने खिलौने की गुड़िया लेकर कह रही है कि ना जाने मेरी बच्ची को किसकी नजर लग गई। मां तो ऐसी बेबस हो चुकी है कि कुछ कहने सुनने तक की स्थिति में नहीं है लेकिन ग्रामीणों से बात करने पर पता चला कि पीड़ित परिवार को न्याय मिले एक करोड़ का मुआवजा, सरकारी नौकरी की मांग एवं हत्यारे को फांसी सजा देने की गुहार प्रशासन से लगाई जा रही है ।
अखिल भारतीय कांग्रेस दल अंबेडकर भी बच्ची के परिजनों के साथ सहयोग में खड़ा नजर आया। कांग्रेस दल अंबेडकर के प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम घावरी ने कहा कि 21 अप्रैल को पीड़ित परिवार के गांव से बहन बेटी मीणा समाज से जो कि अपने पति के ननिहाल ग्राम लक्ष्मीपुरा बस्सी चित्तौड़गढ़ पर आई थी। महिला के पति के ननिहाल पक्ष में पुत्रीयों का विवाह होने से बराते आई थी जिस पर बारात में रमेश धाकड पिता नाना लाल धाकड निवासी किशनपुरा थाना बिगोद नामक व्यक्ति भी उक्त विवाह में आया था जिसने मौका पाकर समाज की 3 वर्षीय अबोध बालिका को अगवा कर उसका गला दबाकर निर्मम तरीके से हत्या करके शव को कुएं में फेंक दिया।
राजस्थान सरकार से यह मांग की हैं कि अपराधी के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करते हुवे फांसी की सजा दिलाई जाकर मृतक बच्ची के परिजनों को न्याय दिलाया जावे व उक्त मामले को फास्ट ट्रेक्ट कोर्ट में भेजा जाकर न्याय दिलाया जावे व साथ ही पीडित परिवार को राज्य सरकार से उचित मुआवजा एक करोड़ रुपए दिलाया जावे व बच्ची के परिजनों में से एक को सरकारी नौकरी पर नियुक्ति दिलाई जावें।
इस दौरान कलेक्ट्रेट पर परिजनों के साथ ही बड़ी संख्या में महिला पुरुष ग्रामीण मोजुद रहें।