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चित्तौड़गढ़ से भीम आर्मी और जाट महासभा के कार्यकर्ताओं ने किया डबोक में धरना प्रदर्शन।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ श्री अनिल सुखवाल।
चित्तौड़गढ़-भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण और जयंत चौधरी को एयरपोर्ट पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशानुसार जिला कलक्टर तारा चंद मीणा एवं पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार चौधरी द्वारा पाबन्द किया गया। उदयपुर जिला प्रशासन ने उन्हें वापस लौटने का आदेश देते हुए उदयपुर कलक्टर तारा चंद मीणा एवं एसपी मनोज कुमार एयरपोर्ट पर मौजुद रहें। जिनके साथ चन्द्र शेखर रावण और जयन्त चौधरी की वार्ता की गई।
बता दें कि राजस्थान के पाली जिले में 15 मार्च को जितेंद्र पाल मेघवाल की हत्या के मामले में न्याय दिलाने के लिए अगुवाई कर रहे भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर रावण और दिवंगत प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते जयंत सिंह को आज सुबह उदयपुर जिलें में डबोक हवाई अड्डे पर पहुंचने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशानुसार उदयपुर एसपी द्वारा पाबंद कर डिटेन कर दिया गया। उन दोनों को डबोक एयरपोर्ट से ही वापस लौटने का प्रशासनिक द्वारा दबाव बनाया गया है। उस समय सैकड़ों की संख्या में भीम आर्मी के कार्यकर्ता डबोक हवाई अड्डे के बाहर मौजूद रहे। भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर रावण को नजरबंद करने से भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं में खासा रोष व्याप्त है जिन्होंने नारे लगाकर रोष प्रकट किया और एयरपोर्ट के बाहर ही धरने पर बैठ गए। डबोक एयरपोर्ट पर चंद्रशेखर रावण के सपोर्ट में चित्तौड़गढ़ भीम आर्मी जिलाध्यक्ष प्रकाश मेघवाल के नेतृत्व में धरने पर मौजूद रहीं।
इस दौरान एयरपोर्ट पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। जाट समुदाय के सैकड़ों लोग भी जयन्त चौधरी का स्वागत करने डबोक एयरपोर्ट पहुंचे थे परन्तु मुख्यमन्त्री गहलोत के आदेश से निराश होकर भीम आर्मी और जाट महासभा में आक्रोश देखने को मिल रहा है मुख्यमन्त्री के इस रवैए पर रोष व्याप्त करते हुए भीम आर्मी और जाट महासभा के कार्यकर्ताओं ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया और सभी कार्यकर्ता एयरपोर्ट के बाहर नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए।
जाट महासभा के चित्तौड़गढ़ जिलाध्यक्ष परस राम चौधरी ने बताया कि असंवैधानिक तोर पर इस प्रकार किसी को रोकना अच्छी बात नहीं है यह तो सरासर लोकतंत्र की हत्या है। परसराम चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रशासनिक अधिकारी सिर्फ दोगले नेताओं की सेवा में लगे हुए हैं। परसराम चौधरी ने इस घटना को भाजपा ओर कांग्रेस की मिली भगत और दलित विरोधी लोकतंत्र की हत्या करने वाली साजिश बताई है।
उधर पाली जिले में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण के साथ प्रशासन के दुर्व्यवहार करने के बाद पूरे राजस्थान से पहुंचे भीम आर्मी एवं अन्य संगठनों में भारी आक्रोश व्याप्त है तो दूसरी तरफ सभी कार्यकर्ताओं को पाली जिला प्रशासन द्वारा नजर बंद करते हुए पाली जिला मुख्यालय पर धरना देने से रोक दिया है जिससे पूरे राजस्थान के अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग सहित अन्य सामाजिक संगठनों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
अशोक गहलोत सरकार के इस रवैया को चंद्रशेखर रावण ने तानाशाही पूर्वक किया गया असंवैधानिक कृत्य बताते हुए कहा है कि राज्य सरकार न्याय का गला घोट रही है एवं आज राज्य में दलितों पर हत्या बलात्कार और प्रताड़ना जैसे अत्याचार होने के बावजूद भी राज्य सरकार उनको सुरक्षा और न्याय नहीं दिलाना चाहती है जो कि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और हम किसी भी प्रकार से पाली पहुंचकर जितेंद्र पाल के हत्यारों को सजा दिलाएंगे और जितेंद्र पाल को न्याय दिलाने के लिए किसी भी हद तक जा कर आंदोलन करेंगे।

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