वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। राज्य सरकार के निर्देशानुसार शांति एवं अहिंसा निदेशालय के तत्वाधान में आजादी का अमृत महोत्सव मे आजादी की 75 वी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में शहीद दिवस के अवसर पर शहीदों के सपने एवं आधुनिक भारत विषय पर एक जिला स्तरीय सेमिनार का आयोजन इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी ऑडिटोरियम में किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि शांति अहिंसा प्रकोष्ठ के निदेशक दिलीप नेभनानी, महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य गौतम कुमार कुकड़ा, दर्शन समिति के वरिष्ठ सदस्य लक्ष्मी लाल उपाध्याय, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी भुवनेश्वर प्रसाद भट्ट,ब्लॉक संयोजक डॉ. गोपाल सालवी, राजराजेश्वर चौहान सहायक निदेशक समग्र शिक्षा ने अमर युवा शहीदों के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई। तत्पश्चात राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के गायन से कार्यक्रम का विधिवत प्रारंभ किया गया। स्वागत उद्बोधन जिला संयोजक दिलीप नेभनानी ने दिया और कहा कि देश के इन युवा वीरों का अमर बलिदान का हर देशवासी सदैव ऋणी रहेगा।
आयोजित कार्यक्रम का मुख्य विषय शहीदों के सपने एवं आधुनिक भारत विषय पर जिला स्तरीय सेमिनार का आयोजन रहा। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्रोफेसर लोकेंद्र सिंह चुंडावत ने बोलते हुए कहा कि मौजूदा समय में युवा देश की आजादी के लिए प्राणों का न्योछावर करने वाले युवा क्रांतिकारियों की जीवनी एवं उनके कार्यों से प्रेरणा लें। किस प्रकार सामाजिक समरसता के साथ भारतीय समाज अंग्रेजी शासन के खिलाफ उठ खड़ा हुआ था ऐसे में उनके विचार जिन्हें देश हमेशा याद रखेगा कि जब भी अन्याय के खिलाफ आवाज उठेगी तो इस आवाज में इन शहीदों का प्रतिबिंब होगा।इन तीनों की देशभक्ति ने स्वतंत्रता की भावना जगाई जो आज भी हर भारतीय को प्रेरित करती है एवं उनके विचार आधुनिक भारत में आज भी प्रासंगिक है।
इसी अवसर पर बोलते हुए मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी भुवनेश्वर प्रसाद भट्ट ने कहा कि शहीदे आजम भगत सिंह के विचार कि आदमी को मारा जा सकता है उसके विचारों को नहीं मारा जा सकता है युवा उनके लक्ष्यों का निर्धारण एवं आत्मविश्वास के साथ पुस्तकों को पढ़कर अपने भाग्य का निर्धारण करें।
कार्यक्रम के दौरान देशभक्ति के गीतों से जिसमें जरा आंख में भर लो पानी एवं मेरा रंग दे बसंती चोला आदि रचनाएं महाविद्यालय छात्र छात्राओं द्वारा प्रस्तुत की गई। महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की स्काउट गाइड के छात्रों ने 23 मार्च 1931 के दिन की घटना को नाटक के माध्यम से जीवंत प्रस्तुत किया जिसमें जेल के भीतर का परिदृश्य कैदियों पर अंग्रेजी शासन की जुल्मों की दास्तान व शहीदों को दी गई यातनाएं एवं फांसी का जीवंत परिदृश्य प्रस्तुत किया। इसी दौरान भगत सिंह की जीवन से जुड़ी सच्ची घटनाओं पर आधारित प्रोजेक्टर के माध्यम से डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई।
इसके पश्चात बिरला शिक्षा निकेतन के छात्रों के द्वारा एवं राजकीय बालिका महाविद्यालय की छात्राओं के द्वारा देश भक्ति के गीत एवं शहादत से जुड़े नाटक प्रस्तुत किए ।जिसमें दिव्यांग बालिका का नृत्य काफी आकर्षक रहा ।ऑडिटोरियम में संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन महाराणा प्रताप राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के कार्यक्रम प्रभारी सहायक आचार्य डॉ. नरेंद्र कुमार गुप्ता ने किया।
कार्यक्रम में महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के कपासन ब्लॉक संयोजक शंकर लाल प्रजापत, सहसंयोजक अंबालाल शर्मा, भोपाल सागर ब्लॉक संयोजक दिलीप कुमार जैन,चित्तौड़ ब्लॉक सहसंयोजक कमलेश पोरवाल, एवं ग्रामीण संयोजक नारायण लाल गुर्जर , महाविद्यालय की सहायक आचार्य सीमा श्रीवास्तव, सहायक आचार्य नाथू लाल गुर्जर, सहायक आचार्य भरत कुमार वैष्णव, महिला एवं बाल विकास अधिकारी राजकुमारी खोरवाल, शिक्षा विभाग के एडीसी शंभू लाल सोमानी स्काउट गाइड के सीईओ चंद्रेश कुमार श्रीवास्तव, स्काउट लीडर ट्रेनर इंदूलाल आमेटा, व्याख्याता गोपेश कोदली, पार्षद टिंकू धामाणी, पार्षद आरिफ मोहम्मद, अल्पसंख्यक विभाग के जिला अध्यक्ष इम्तियाज हुसैन लोहार, वरिष्ठ पर्यटन गाइड शांति लाल सालवी, मनीष कुमार चावला, राजकीय बालिका महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती ममता शर्मा, एवं महाविद्यालय के छात्र छात्राओं सहित राजकीय माध्यमिक स्कूलों के छात्र-छात्रा एवं बड़ी संख्या में महिला अधिकारिता विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा सहयोगिनी भी उपस्थित थे। ब्लॉक संयोजक एवं जिला प्रवक्ता डॉ. गोपाल सालवी ने सभी का आभार व्यक्त किया उसके पश्चात राष्ट्रगान के गायन के बाद कार्यक्रम का विधिवत समापन हुआ ।जिला प्रवक्ता डॉ. गोपाल सालवी ने बताया कि आगामी 14 अप्रैल को सामाजिक समरसता दिवस पर जिला स्तरीय सेमिनार का आयोजन किया जाएगा।