वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@श्री अनिल सुखवाल।
चित्तौड़गढ़।19 मार्च को चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं क्षेत्र का एक मामला सामने आया है जिसमें हीरालाल नाम का एक व्यक्ति पारसोली थाने में पदस्थापित रह चुके एक थानेदार संजय गुर्जर से अपने बीबी और बच्चें सहित कई ग्रामीणों को लेकर देर शाम चित्तौड़गढ़ एसपी प्रिती जैन और जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल के घर जानमाल की सुरक्षा की मांग को लेकर ज्ञापन देने पहुंच गया। मामले को पूरा जाने तो पीछले कुछ दिनों पूर्व 3 मार्च को बेगूं विधायक का एक गाली गलौज का ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें विधायक राजेंद्र सिंह बिधूड़ी भैंसरोड़गढ़ थानेदार संजय गुर्जर को भद्दी गालियां देते सुनाए दिए और अब 3 मार्च के बाद लोकतंत्र और संविधान की हत्या करने वाला एक और मामला बेगूं क्षेत्र से ही प्रकाश में आया है जिसमें बिधूड़ी से गालियां सुनने वाला तथाकथित थानेदार किसी हीरालाल नामके व्यक्ति को फोन पर गालियां देता सुनाई दे रहा है। बिधूड़ी का थानेदार को या फिर थानेदार का हीरालाल नामक व्यक्ति को गालियां देना दोनों ही हमारे लोकतंत्र में सत्ता और अधिकारियों का जनता के प्रति कठोर व असंवैधानिक रवैय्ये को प्रदर्शित करता है, जिससे यह प्रमाणित हो रहा है कि लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ाने के लिए आज हर छोटी मछली को बड़ी मछली खाने और दबाने की कोशिश कर रही है। बता दें कि 3 मार्च को सोशल मीडिया पर एक गाली गलौज का ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं विधायक राजेंद्र सिंह बिधूड़ी द्वारा भैंसरोड़गढ़ थाना अधिकारी संजय गुर्जर के साथ तथाकथित रूप से भद्दी भद्दी गालियां देना बताया गया था जिस पर उस थानाधिकारी संजय गुर्जर ने न्यायालय में राजेंद्र सिंह बिधूड़ी के खिलाफ एक प्रकरण भी दर्ज कराया था ।
ऐसा ही एक और मामला आज 19 मार्च 2022 को सामने आया है जिसमें 3 मार्च की ऑडियों में विधायक विधूड़ी से तथाकथित तौर पर गाली सुनकर यस सर कहने वाला थानाधिकारी संजय गुर्जर किसी हीरालाल नामके व्यक्ति को गाली गलौज कर रहा है जिसका एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें थानाधिकारी संजय गुर्जर एक व्यक्ति को अभद्र शब्दों में गाली गलौज करते सुनाई दे रहे हैं हालांकि ऑडियो की पुष्टि हम नहीं कर रहे हैं यह एक पुलिस जांच का विषय है।
मामले की आगे बात करें तो बेगूं थाने में हीरालाल गुर्जर नाम के एक युवक ने जो कि दिव्यांग भी बताया जा रहा है और युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव राजस्थान के पद पर बताया गया हैं, ने बेगूं थाना अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपने के बाद अपने परिजनों और ग्रामीणों के साथ में देर शाम ही चित्तौड़गढ़ पहुंचकर जिला पुलिस अधीक्षक और जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा है और ज्ञापन में कहा है कि मैं आज दोपहर में जोगणिया माता मंदिर के लिए त्यौहार होने से जा रहा था कि तभी लगभग दोपहर 2 बजे के करीब पूर्व थाना अधिकारी पारसोली संजय गुर्जर का फोन आया और उन्होंने तथाकथित तौर पर मुझे मां बहन की भद्दी गालियां देकर जान से मारने और देख लेने की धमकी दी है। हीरा लाल गुर्जर ने बताया कि संजय गुर्जर ने मुझसे डेढ़ लाख रुपए की मांग भी की है साथ ही यह भी बताया कि संजय गुर्जर ने आठ माह पूर्व में भी मुझसे भीलवाड़ा में अस्सी हजार रुपए धमकी देकर दलाल के मार्फत प्राप्त किए थे। हालांकि मामले की पुष्टि एवं प्रमाणिकता पुलिस द्वारा जांच करने पर ही सामने आ पाएगा कि असल में माजरा क्या है लेकिन इस प्रकार से पहले विधायक द्वारा थाना अधिकारी और अब उसी थाना अधिकारी द्वारा किसी अन्य व्यक्ति को मां बहनों की भद्दी भाषा में गालियां देना यह प्रमाणित करने के लिए पर्याप्त है कि लोकतंत्र होने के बावजूद भी संविधान की रक्षा करने का दायित्व रखने वाले विधायक और पुलिस अधिकारी ही जब हर बड़ी मछली छोटी मछली को खाने का काम करते हुए लोकतंत्र और संविधान को तार तार करते नजर आ रहे है। खैर जनता तो हमेशा की तरह इस बार भी मुक दर्शक बन कर देख ही रही है और मानों यह कह रही है कि आम जन में विश्वास और अपराधियों में डर का नारा ना जाने कब चरितार्थ होगा या फिर सिर्फ दिखावें के लिए तख्ती पर लटका ही नजर आएगा।