वीरधरा न्यूज़।चित्तोडगढ़@डेस्क।
चित्तोड़गढ़। भारतीय बैंक संघ (आईबीए) द्वारा विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में बेहतर टेक्नोलॉजी का उपयोग कर ग्राहकों तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाने और सुरक्षित डिजिटल बैंकिंग के लिए ग्रामीण बैंको की श्रेणी में बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक को लगातार सातवीं बार राष्ट्रीय स्तर पर टेक्नोलॉजी बैंक ऑफ दी ईयर और सर्वोतम डिजिटल वित्तीय समावेशन हेतु लगातार तीसरी बार प्रथम पुरुस्कार से सम्मानित किया है। “आईटी रिस्क और साइबर सुरक्षा”, “बेस्ट फिनटेक एडप्सन” और “बेस्ट क्लाउड एडप्सन” हेतु भी बैंक को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया है।
गौरतलब है कि इन पुरुस्कार के लिए निर्णय आईबीए की हाईपावर ज्यूरी कई चरणों की स्क्रीनिंग के बाद करती है। इस वर्ष की ज्यूरी में डॉ. दीपक फाटक, ज्यूरी हैड और प्रोफेसर आईआईटी मुंबई के अलावा दिलीप आस्बे एमडी एंड सीइओ- एनपीसीआई, आशु सुयाश चीफ़, क्रिसिल, गगन राय एमडी, एनएसडीएल, शिव कुमार भसीन चीफ़ ओपरेसन्स एंड टेक्नोलोजी ऑफिसर सम्मिलित थे, जो देश में बैंकिंग, वित्त एवं टेक्नोलोजी के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त नाम हैं।
बैंक द्वारा तकनीकी क्षेत्र मे किए गए कार्यों जैसे एनपीए ऑनलाइन मैनेजमेंट सिस्टम, रीटेल लोन और केसीसी लोन ऑटोमेशन के साथ लोन ट्रैकिंग सिस्टम, पीएफ़एमएस मैनेजमेंट, पॉज़िटिव पे सिस्टम और सीकेवाईसी ऑटोमेशन हेतु बैंक को यह सम्मान मिला है। टेक्नोलोजी के उपयोग से बैंक की ग्राहकोन्मुखी सेवाओं में लाग्ने वाले समय में कमी आई है। साइबर सुरक्षा क्षेत्र में उठाए गए कदम से बैंक आरबीआई और नाबार्ड के मानकों की अनुपालना कर रहा है। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों मे नेटवर्क, तकनीकी और न्यून डिजिटल साक्षरता के बावजूद बैंक ने आईएमपीएस, यूपीआई, मोबाइल बैंकिंग और भीम के माध्यम से आम जन तक बैंकिंग सुविधाएं पहुंचाई है।
वित्तीय समावेशन के क्षेत्र मे बैंक द्वारा डिजिटल संशाधनों का उपयोग करते हुये 872 शाखाओं और 5000 से अधिक बैंक मित्रों और 12 मुद्रा रथों (Mobile ATM Van) के माध्यम से गैर बैंकिंग क्षेत्रों को बैंक से जोड़ते हुए डोर टु डोर बैंकिंग सेवाएँ उपलब्ध कराई गई है। बैंक नई नई तकनीकों के माध्यम से सामाजिक दूरी की अनुपालना करते हुए वित्तीय साक्षरता को प्रदेश के अंतिम छोर तक पहुंचा रहा है।
वित्तीय समावेशन के प्रसार को सशक्त करने के उद्धेश्य से बैंक 50 लाख से अधिक ग्राहकों को प्रधानमंत्री जन धन योजना से और 30 लाख से अधिक ग्राहकों को अटल पेंशन योजना, PMJJBY और PMSBY जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ चुका है। राजस्थान में विभिन्न बैंको के शाखा नेटवर्क में हमारी हिस्सेदारी लगभग 10% है लेकिन सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में बैंक की भागीदारी उससे कही अधिक लगभग 17% और बैंकिंग सुविधा से वंचित वर्ग को बैंक से जोड़ने वाली प्रधानमंत्री जन धन योजना मे हमारी भागेदारी 15% से अधिक है। अटल पेंशन योजना मे उल्लेखनीय कार्यों हेतु इस वित्तीय वर्ष में अभी तक बैंक को पीएफ़आरडीए द्वारा 17 राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हुए है।
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और महिला शक्ति को आत्मनिर्भर बनाने के उद्धेश्य से बैंक द्वारा SHG क्षेत्र में किए गए प्रयासों के लिए ग्रामीण विकास विभाग, भारत सरकार द्वारा आजीविका मिशन के तहत बैंक को उत्तर भारत में “बेस्ट परफ़ोर्मिंग बैंक” के पुरुस्कार से सम्मानित किया गया है।
क्षेत्रीय प्रबंधक श्री के. पी. गुप्ता द्वारा बताया गया है कि हमारे बैंक द्वारा चित्तौड़गढ़ एवं बूंदी जिले में कुल 66 शाखाओं के माध्यम से बेहतर ग्राहक सेवा को लक्ष्य रखते हुए बैंकिंग सेवाएँ प्रदान करवायी जा रही है. बैंक द्वारा राज्य सरकार के कर्मचारियों और पेंशनधारियों हेतु आकर्षक योजनाएं भी प्रारम्भ की गई है।बैंक सावधि जमाओ पर ग्राहको को विशेष ब्याज दर की सुविधा दे रहा है। रीटेल लोन सेगमेंट मे भी विभिन्न छूटों के साथ हाउसिंग, वाहन और व्यापार ऋणों मे भी 31 मार्च तक ग्राहकों हेतु विशेष अभियान चला रखा है। वरिष्ठ नागरिकों की सावधि जमाओं पर बैंक सामान्य जमाओं से 0.55% से 1% तक अधिक ब्याज दे रहा है।
गौरतलब है कि बैंक का कुल व्यवसाय दिनांक 14-02-2022 तक 39165 करोड़ के स्तर पर पहुंच चुका है एवं 31.03.2021 को बैंक रु 310 करोड़ के शुद्ध लाभ के साथ राष्ट्रीय स्तर पर ग्रामीण बैंकों की श्रेणी में द्वितीय स्थान पर रहा है।