वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। जिला चित्तौड़गढ़ अधीन अवस्थित वन परिक्षेत्र जिसमें बस्सी व भैंसरोड़गढ़ अभ्यारण्य क्षेत्र को पृथक रखते हुए इस वन मण्डल की 8 रेंजों में अवस्थित 14 तेन्दूपत्ता ईकाइयों के व्ययन पर वर्ष 2020 में 75 लाख की राजस्व आय गत वर्ष 2021 में 4 करोड़ एवं चालु वर्ष 2022 में व्ययन से 3 करोड़ 45 लाख रू की राजस्व आय प्राप्त हुई।
इस वर्ष तेन्दुपत्ता इकाईयों की निलामी टेण्डर उदयपुर वृत कार्यालय पर खुलने की दिनांक 9 फरवरी 2022 को तेन्दुपत्ता की 14 इकाईयों पर कुल 62 निविदाएं प्राप्त हुई जिसमें उच्चतम निविदादाता की निविदा स्वीकृति के प्रस्ताव संभाग स्तरीय कमेटी द्वारा स्वीकृति की अनुशंषा के साथ विभाग के जयपुर मुख्यालय पर भिजवाए है। तेन्दूपत्ता तुडाई का कार्य अल्प समय प्रति वर्ष माह अप्रैल , मई , जून के मध्य होता है जब भीषण गर्मी एवं लू चलती है तब तेन्दू के पेड़ के नये पत्ते पूर्ण आकार ले लेते है। इन नये बड़े आकार के पत्तों को ठेकेदार जिसके द्वारा इकाई क्रय की गई है । स्थानीय श्रमिकों के द्वारा जंगल से संग्रहित कर 50-50 पत्तों की संख्या में गड्डिया बना कर क्षेत्र में ही विभाग द्वारा निर्धारित की गई तेन्दूपत्ता फडो पर एक हजार गड्डी का 1100 रू प्रति श्रमिक भुगतान किया जाता है । इस प्रकार उक्त अवधि में स्थानीय श्रमिको को भरपूर रोजगार उपलब्ध होगा है।